Edited By Supreet Kaur,Updated: 10 Sep, 2019 03:05 PM
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त को अपने भाषण में सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल न करने की बात कही थी। इसी दिशा में सरकार 2 अक्टूबर से 12 तरह के सिंगल यूज प्लास्टिक प्रोडक्ट के इस्तेमाल पर रोक लगाने जा रही है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड...
बिजनेस डेस्कः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त को अपने भाषण में सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल न करने की बात कही थी। इसी दिशा में सरकार 2 अक्टूबर से 12 तरह के सिंगल यूज प्लास्टिक प्रोडक्ट के इस्तेमाल पर रोक लगाने जा रही है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने भी इन प्लास्टिक प्रोड्क्ट के इस्तेमाल पर रोक लगाने की प्रस्तावित सूची तैयार की है।
CPCB की प्रस्तावित सूची
खबरों के मुताबिक सिगरेट के टोटे (बट्स) को दुनिया में सबसे बड़ा प्लास्टिक प्रदूषक माना जाता है, जो अब प्रतिबंध के दायरे में आएगा। सिगरेट के टोटे में फिल्टर होता है, जिसे आमतौर पर सेल्यूलोज ऐसिटेट से बनाया जाता है, जो एक तरह का प्लास्टिक होता है। नीचे दिए गए प्लास्टिक प्रोडक्ट पर लग सकता है प्रतिबंधः
- स्ट्रा
- इयर बड्स
- सिगरेट के टोटे (बट्स)
- गुब्बारे
- झंडे
- कैंडी में इस्तेमाल होने वाली प्लास्टिक स्टिक्स
- पतली प्लास्टिक की थैलियां (50 माइक्रोन्स से कम)
- नॉन-वूवन कैरी बैग्स
- छोटे प्लास्टिक के कप/कंटेनर
- सड़क किनारे लगाए जाने वाले बैनर
- फोम वाले कप, दोने और प्लेट
200 मिली से छोटी बोतल पर प्रतिबंध प्रस्तावित
200 मिली लीटर से छोटी बोतलों को ही प्रस्तावित पाबंदी वाली सूची में रखा गया है इसलिए बेवरिज फर्मों को इससे थोड़ी राहत मिल सकती है। हालांकि बेवरेजेज उद्योग सीपीसीबी से हर तरह की प्लास्टिक की बोतलों को इसके दायरे से बाहर रखने का अनुरोध करने की योजना बना रहा है।