Edited By jyoti choudhary,Updated: 12 Aug, 2020 06:14 PM
कर्ज संकट में फंसी गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी) रिलायंस कॉमर्शियल फाइनेंस लिमिटेड (आरसीएफएल) के अधिग्रहण के लिए 13 वैश्विक व घरेलू निवेशकों ने दिलचस्पी दिखाई है। मामले से जुड़े सूत्रों ने इसकी जानकारी दी।
मुंबईः कर्ज संकट में फंसी गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी) रिलायंस कॉमर्शियल फाइनेंस लिमिटेड (आरसीएफएल) के अधिग्रहण के लिए 13 वैश्विक व घरेलू निवेशकों ने दिलचस्पी दिखाई है। मामले से जुड़े सूत्रों ने इसकी जानकारी दी।
बैंक ऑफ बड़ौदा की अगुवाई में कर्जदाताओं ने बकाया कर्ज वसूल करने को लेकर आरसीएफएल के लिये बोलियां मंगायी थी। रूचिपत्र दायर करने की अंतिम तिथि 11 अगस्त थी। सूत्रों ने कहा कि कैप्री ग्लोबल, इंडिया आरएफ, जेएम फाइनेंस एआरसी, एडलवाइस एआरसी, यूवी एआरसी, अर्गो कैपिटल, एआरसीआईएल, ऑथेम इंवेस्टमेंट एंड इंफ्रा लिमिटेड, एसेट्स केयर एंड रिकंस्ट्रक्शन एंटरप्राइज, सीएफएम एआरसी, इन्वेस्ट एआरसी, रेयर एआरसी और इंटरनेशनल एसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनी ने रूचिपत्र जमा किए हैं।
कंपनी वेबसाइट के अनुसार आरसीएफएल का नया ब्रांड नाम रिलायंस मनी कर दिया गया है। कंपनी की कुल प्रबंधित संपत्ति 11 हजार करोड़ रुपए है। यह रिलांयस कैपिटल की शत-प्रतिशत अनुषंगी है। नोटिस के अनुसार, बोली प्रक्रिया में डेलोइट समाधान सलाहकार है। कंपनी के ऊपर ऋण प्रतिभूतियों सहित कुल बकाया उधार 31 मार्च 2020 तक 9,812.9 करोड़ रुपए था।