Edited By jyoti choudhary,Updated: 23 Sep, 2019 02:12 PM
दुनिया की सबसे बड़ी ट्रेवल कंपनियों में शुमार थॉमस कुक रविवार रात को बंद हो गई है। थॉमस कूक दुनिया की सबसे पुरानी ट्रेवल कंपनी थी। 178 साल पुरानी ब्रिटिश टूर ऑपरेटर लंबे समय से फंड की कमी से जूझ रही थी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कंपनी ने एक...
बिजनेस डेस्कः दुनिया की सबसे बड़ी ट्रेवल कंपनियों में शुमार थॉमस कुक रविवार रात को बंद हो गई है। थॉमस कूक दुनिया की सबसे पुरानी ट्रेवल कंपनी थी। 178 साल पुरानी ब्रिटिश टूर ऑपरेटर लंबे समय से फंड की कमी से जूझ रही थी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कंपनी ने एक स्टेटमेंट में कहा, 'कंपनी को बंद करने के अलावा उनके पास कोई विकल्प नहीं था।'
लाखों यात्री फंसे
कंपनी के बंद हो जाने से कई यात्री फंस गए हैं। यूके की नागरिक उड्डयन प्राधिकरण (CAA) ने कहा कि विदेशों में फंसे कंपनी के करीब 1.5 लाख ग्राहकों को वापस लाना एक बड़ी जद्दोजहद होगी और इसके लिए सबको मिलकर प्रयास करना होगा।
सभी उड़ानें रद्द
सीएए ने कहा है कि थॉमस कुक ने व्यापार करना बंद कर दिया है, इसलिए थॉमस कुक की सभी उड़ानें अब रद्द कर दी गई हैं। दुनिया की सबसे पुरानी होलीडे कंपनी के बंद होने से 22,000 लोगों की नौकरियों पर संकट मंडरा रहा है, जिसमें से 9,000 कर्मचारी यूके के हैं।
चीफ एक्जिक्यूटिव ने मांगी माफी
कंपनी के चीफ एग्जिक्युटिव ने सोमवार सुबह एक बयान जारी करते हुए कहा, "मैं अपने लाखों ग्राहकों, हजारों कर्मचारियों, आपूर्तिकर्ताओं और साझेदारों से माफी मांगना चाहूंगा, जिन्होंने कई वर्षों तक हमारा साथ दिया है।" उन्होंने कहा कि यह मेरे और बाकी बोर्ड के लिए गहरे अफसोस की बात है कि हम सफल नहीं हुए।
कंपनी ने शुक्रवार को कहा था कि कारोबार जारी रखने के लिए उसे 25 करोड़ अमेरिकी डॉलर की जरूरत है, जबकि पिछले महीने कंपनी 90 करोड़ पाउंड हासिल करने में कामयाब रही थी। निजी निवेश जुटाने में असफल रही कंपनी को सरकार के हस्तक्षेप से ही बचाया जा सकता था। थॉमस कुक के बंद हो जाने से ब्रिटेन की सबसे पुरानी कंपनियों में से एक का अंत हो गया है। गौरतलब है कि कंपनी 16 देशों में एक साल में 19 मिलियन लोगों के लिए होटल, रिसॉर्ट और एयरलाइंस चलाती थी।
कंपनी की स्थापना
थॉमस कुक ने 1841 के ट्रैवल इंडसट्री में कदम रखते हुए कंपनी की स्थापना की थी। वह ब्रिटेन के शहरों के बीच टेंपरेंस सपॉर्टर्स को ट्रेन के जरिए पहुंचाता था। जल्द कंपनी विदेशी ट्रिप्स कराने लगी। 1855 में कंपनी पहली ऐसी ऑपरेटर बनी जो ब्रिटिश यात्रियों को एस्कॉर्ट ट्रिप पर यूरोपीय देशों में ले जाती थी। इसके बाद 1866 में कंपनी अमेरिका ट्रिप सर्विस देने लगी और 1872 में पूरी दुनिया के टूर सर्विस देने लगी।
भारत में भी असर?
थॉमस कुक इंडिया की ओर से शनिवार को कहा गया कि यह ब्रिटेन बेस्ड थॉमस कुक पीएलसी से संबंधित नहीं है। कंपनी ने जोर देकर कहा कि थॉमस कुक इंडिया पूरी तरह अलग एंटिटी है, जिसका स्वामित्व कनाडा की फेयरफैक्स फाइनैंशल होल्डिंग्स के पास है। ब्रिटेन की कंपनी थॉमस कुक पीएलसी के बंद होने का भारतीय कंपनी पर असर नहीं होगा। गौरतलब है कि 2012 में थॉमस कुक यूके ने थॉमस कुक इंडिया की हिस्सेदारी फेयरफैक्स को बेच दी थी।