Edited By Punjab Kesari,Updated: 17 Dec, 2017 06:24 PM
वाहन विनिर्माताओं के शीर्ष संगठन सियाम ने वस्तु एवं सेवा कर (जी.एस.टी.) प्रणाली के तहत यात्री वाहनों के लिए 2 कर दरों की मांग की है। फिलहाल इस खंड के लिए कई दरें हैं। इसके साथ ही वाहन उद्योग ने वित्त मंत्री अरुण जेतली से आग्रह किया है कि इलैक्ट्रिक...
नई दिल्ली : वाहन विनिर्माताओं के शीर्ष संगठन सियाम ने वस्तु एवं सेवा कर (जी.एस.टी.) प्रणाली के तहत यात्री वाहनों के लिए 2 कर दरों की मांग की है। फिलहाल इस खंड के लिए कई दरें हैं। इसके साथ ही वाहन उद्योग ने वित्त मंत्री अरुण जेतली से आग्रह किया है कि इलैक्ट्रिक व हाइड्रोजन ईंधन से चलने वाले वाहनों के लिए 12 प्रतिशत की विशेष दर हो।
सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सियाम) ने आम बजट 2018-19 को लेकर अपने ज्ञापन में यह मांग रखी है। इसके अनुसार वाहन उद्योग कारों के लिए अनेक कर दरों की बजाय 2 दरों का सुझाव दिया है। जी.एस.टी. के तहत फिलहाल 1200 सी.सी. से कम क्षमता वाली पैट्रोल की छोटी कारों पर एक प्रतिशत उपकर लगता है। वहीं 1500 सी.सी. से कम इंजन क्षमता वाली डीजल की कारों पर 3 प्रतिशत उपकर लगता है। उक्त उपकर 28 प्रतिशत की जी.एस.टी. दर से अतिरिक्त है। इसी तरह हाइब्रिड कार पर उपकर 15 प्रतिशत है। इसी तरह वाहन उद्योग ने इस्तेमाल शुदा कारों
के लिए कर दर तय करने की मांग की है।