Edited By Isha,Updated: 16 Dec, 2018 10:53 AM
बंदरगाहों तक कंटेनरों की आवाजाही को बल देते हुए भारतीय रेल ने को खाली कंटेनरों व खाली फ्लैट कंटेनर वैगनों के आवागमन पर 25 प्रतिशत छूट देने की घोषणा की है। रेलवे की छूट देने की इस पहल से एग्जिम ट्रेड व कंटेनर ट्रैफिक के घरेलू सैगमैंट में लोडिंग और...
नई दिल्ली: बंदरगाहों तक कंटेनरों की आवाजाही को बल देते हुए भारतीय रेल ने को खाली कंटेनरों व खाली फ्लैट कंटेनर वैगनों के आवागमन पर 25 प्रतिशत छूट देने की घोषणा की है। रेलवे की छूट देने की इस पहल से एग्जिम ट्रेड व कंटेनर ट्रैफिक के घरेलू सैगमैंट में लोडिंग और बढऩे की उम्मीद है। एक रेल अधिकारी ने कहा कि इससे 18 प्राइवेट कंटेनर ट्रेड ऑप्रेटरों (सी.टी.ओ.) और सरकारी कंपनी कंटेनर कॉर्पोरेशन (कॉन्कोर) को फायदा मिलेगा, जो इस क्षेत्र में परिचालन का काम करते हैं। भारतीय रेलवे सालाना करीब 473.5 लाख टन कंटेनर की आवाजाही का परिचालन करती है। इससे 4716 करोड़ रुपए राजस्व आता है। बहरहाल खाली ट्वैंटी फीट इक्विलैंट यूनिट (टी.ई.यू.) और वैगनों से करीब 625 करोड़ रुपए आते हैं।
अधिकारी ने कहा कि दरें घटाने से रेलवे को और ज्यादा ट्रैफिक मिलेगा। इससे रेल का इस्तेमाल करने वालों को अपने जिंस सस्ती दरों में ढोने में मदद मिलेगी, जिससे बाजार में माल सस्ता होगा और आम आदमी को इससे लाभ होगा। उम्मीद की जा रही है कि इस कदम से गंतव्य स्थल पर पहुंचने में कम समय लगेगा और बंदरगाहों से माल की आवाजाही प्रभावी तरीके से हो सकेगी और रेलवे की कंटेनर ट्रैफिक में ज्यादा भागीदारी सुनिश्चित हो सकेगी।