Edited By PTI News Agency,Updated: 05 Apr, 2020 12:20 PM
सार्वजनिक क्षेत्र की इस्पात कंपनियों ने कोरोनो वायरस संकट से निपटने के लिए पीएम-केयर्स कोष में 267.55 करोड़ रुपये का योगदान दिया है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार खनन क्षेत्र की कंपनी एनएमडीसी ने पीएम-केयर्स में सबसे अधिक 155 करोड़ रुपये दिए है। इस्पात...
नयी दिल्ली: सार्वजनिक क्षेत्र की इस्पात कंपनियों ने कोरोनो वायरस संकट से निपटने के लिए पीएम-केयर्स कोष में 267.55 करोड़ रुपये का योगदान दिया है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार खनन क्षेत्र की कंपनी एनएमडीसी ने पीएम-केयर्स में सबसे अधिक 155 करोड़ रुपये दिए है। इस्पात मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण में आने वाली एक अन्य खनन कंपनी मॉयल ने 48 करोड़ रुपये का योगदान दिया है।
इसी तरह स्टील अथारिटी आफ इंडिया लि. (सेल) ने 30 करोड़ रुपये और राष्ट्रीय इस्पात निगम लि. (आरआईएनएल) ने इस कोष में 6.16 करोड़ रुपये दिए हैं। पेलेट कंपनी केआईओसीएल ने इस कोष में 10.10 करोड़ रुपये जमा कराए हैं। परामर्श कंपनी मेकॉन ने 7.75 करोड़ रुपये, ई-कॉमर्स कंपनी एमएसटीसी ने 5.54 करोड़ रुपये तथा फेरो स्क्रैप निगम (एफएसएनएल) ने इस कोष में पांच करोड़ रुपये का योगदान दिया है। कुल मिलाकर सार्वजनिक क्षेत्र के इस्पात उपक्रमों ने पीएम-केयर्स कोष में 267.55 करोड़ रुपये का योगदान दिया है।