Edited By Supreet Kaur,Updated: 11 Jul, 2018 09:51 AM
प्रमुख नीतिगत दर पर निर्णय करने वाली मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक अब तीन दिन चला करेगी। रिजर्व बैंक ने तीन दिवसीय बैठक के प्रारूप को जारी रखने का निर्णय किया है। एमपीसी प्रमुख नीतिगत दर पर निर्णय करती है।
बिजनेस डेस्कः प्रमुख नीतिगत दर पर निर्णय करने वाली मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक अब तीन दिन चला करेगी। रिजर्व बैंक ने तीन दिवसीय बैठक के प्रारूप को जारी रखने का निर्णय किया है। एमपीसी प्रमुख नीतिगत दर पर निर्णय करती है।
रिजर्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल की अध्यक्षता वाली एमपीसी की बैठक दो दिन की होती रही है। लेकिन पिछली बार कुछ ‘प्रशासनित जरूरतों’ के कारण बैठक तीन दिन तक चली। केंद्रीय बैंक ने एक बयान में कहा कि एमपीसी ने आगे से तीन दिवसीय बैठक के प्रारूप को जारी रखने का फैसला किया है। एमपीसी की गत छह जून 2018 को घोषित चालू वित्त वर्ष की दूसरी द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा की बैठक तीन दिन चली थी। इसी तरह अगली बैठक 30 जुलाई 2018 को शुरू होगी।
पहले तय कार्यक्रम के अनुसार एमपीसी की दो दिवसीय बैठक 31 जुलाई को शुरू होनी थी तथा एक अगस्त को मौद्रिक नीति समीक्षा जारी की जानी थी। रिजर्व बैंक ने यह नहीं बताया है कि किन कारणों से यह बैठक दो दिन की जगह तीन करने का निर्णय किया गया है। भारतीय रिजर्व बैंक कानून, 1934 को संशोधित कर एमपीसी का गठन किया गया। एमपीसी की पहली बैठक अक्तूबर 2016 में हुई। एमपीसी के गठन से पहले आरबीआई गवर्नर नीतिगत दर के बारे में निर्णय करते थे।