Edited By Supreet Kaur,Updated: 25 Apr, 2018 10:33 AM
पीक सीजन में हवाई किराए में पिछले साल की तुलना में इस बार 30 प्रतिशत की कमी आई है। किराए में कमी से फ्लाइट की बुकिंग बढ़ने की उम्मीद है, लेकिन इससे एयरलाइन कम्पनियों के प्रॉफिट पर दबाव भी बढ़ेगा। अप्रैल महीना खत्म होने के साथ गर्मी.....
नई दिल्लीः पीक सीजन में हवाई किराए में पिछले साल की तुलना में इस बार 30 प्रतिशत की कमी आई है। किराए में कमी से फ्लाइट की बुकिंग बढ़ने की उम्मीद है, लेकिन इससे एयरलाइन कम्पनियों के प्रॉफिट पर दबाव भी बढ़ेगा। अप्रैल महीना खत्म होने के साथ गर्मी की छुट्टियां शुरू हो जाती हैं। इस दौरान लोग घूमने जाते हैं। इससे ट्रैवल बिजनैस में तेजी आती है। इसे देखकर अक्सर एयरलाइंस कंपनियां किराया बढ़ा देती हैं, लेकिन अब इंडस्ट्री में कड़े मुकाबले की वजह से इसके उलट हो रहा है। भारत में आज हवाई किराया दुनिया में सबसे कम है।
क्लीयर ट्रिप के एयर एंड डिस्ट्रीब्यूशन हैड बालू रामचंद्रन ने बताया कि टॉप टैन सैक्टर्स के लिए 2017 की तुलना में 2018 के अप्रैल और मई महीने में हवाई किराए में सालाना आधार पर 29 प्रतिशत की कमी हुई है। 2018 के लिए एवरेज किराया 3,292 रुपए है, जो हमारे हिसाब से पिछले 3 साल में सबसे कम है। वहीं मेक माई ट्रिप के चीफ ऑप्रेटिंग अफसर मोहित गुप्ता ने कहा कि यह ट्रैंड इसलिए भी ज्यादा महत्वपूर्ण है क्योंकि ये किराए गर्मियों की छुट्टी के पीक ट्रैवल सीजन के हैं। एयरलाइन बुकिंग में एक और ट्रैंड दिख रहा है। एडवांस बुकिंग की तुलना में बुकिंग डेट के करीब किराए में कहीं अधिक तेजी से गिरावट आई है। इस पर क्लीयर ट्रिप के रामचंद्रन ने कहा कि 2018 में 0-15 दिनों के लिए खरीदी गई टिकट के किराए में सालाना आधार पर 32 प्रतिशत की बड़ी गिरावट आई है। इसकी तुलना में 15 दिनों की एडवांस बुकिंग पर किराया सिर्फ 8 प्रतिशत कम है।