Edited By Punjab Kesari,Updated: 14 Dec, 2017 10:15 AM
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि छोटे उद्यमियों के लिए शुरू की गई मुद्रा योजना के तहत अब तक चार लाख करोड़ रुपए का कर्ज उपलब्ध कराया गया। पिछले तीन साल के दौरान इससे देश को तीन करोड़ नए उद्यमी मिले हैं। सरकार ने अपना नया कारोबार शुरू करने वाले नए...
नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि छोटे उद्यमियों के लिए शुरू की गई मुद्रा योजना के तहत अब तक चार लाख करोड़ रुपए का कर्ज उपलब्ध कराया गया। पिछले तीन साल के दौरान इससे देश को तीन करोड़ नए उद्यमी मिले हैं। सरकार ने अपना नया कारोबार शुरू करने वाले नए उद्यमियों के समक्ष पूंजी की समस्या को देखते हुए इस योजना की शुरुआत की थी। सूक्ष्म इकाई विकास और पुर्निवत एजेंसी लिमिटेड (मुद्रा) नामक इस योजना के तहत बिना गारंटी के कर्ज देने की सुविधा है।
मोदी ने यहां उद्योग मंडल फिक्की की 90वीं वार्षिक आम बैठक का उद्घाटन करते हुए कहा, ‘‘मुद्रा योजना युवाओं की एक बहुत बड़ी आवश्यकता की पूर्ति कर रही है। ये आवश्यकता है बैंक गारंटी। कोई भी नौजवान अपने दम पर जैसे ही कुछ करना चाहता है, उसके सामने पहला सवाल यही होता है कि पैसे कहां से आएंगे। मुद्रा योजना के तहत यह गारंटी सरकार दे रही है। पिछले तीन वर्षों में करीब-करीब पौने 10 करोड़ लोन हमने स्वीकृत किए हैं। बिना बैंक गारंटी के युवाओं को 4 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा कर्ज दिए गए हैं।’’
उन्होंने कहा कि युवाओं की बहुत बड़ी जरूरत के साथ सरकार खड़ी है और इसी का परिणाम है कि देश को पिछले तीन साल में लगभग तीन करोड़ नए उद्यमी मिले हैं। उन्होंने कहा कि इन लोगों को मुद्रा योजना के तहत पहली बार बैंक से कर्ज मिला है। ‘‘इन तीन करोड़ लोगों ने देश के लघु उद्योग क्षेत्र, एमएसएमई क्षेत्र का दायरा और बढ़ाया है, और उसे मजबूत किया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार स्टार्ट अप्स को भी बढ़ावा दे रही है। स्टार्ट अप्स की सबसे बड़ी जरूरत है जोखिम पूंजी। इस जरूरत को पूरा करने के लिए सरकार ने सिड्बी के तहत एक कोषों का कोष बनाया है। इससे स्टार्ट अप्स को, जिनके पास नई सोच हैं, उन्हें पूंजी मिलने में सहायता मिल रही है। फिक्की की इस बैठक में देश के अनेक उद्योगपति उपस्थित थे।