Edited By Punjab Kesari,Updated: 08 Mar, 2018 04:03 PM
आज की महिला सिर्फ घर तक या घर की जिम्मेदारियों तक सीमित नहीं हैं। आज की महिला पुरूषों के साथ घर के बाहर भी कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं। वो आज हर तरह की नौकरी कर रही हैं चाहे वो प्राइवेट हो या सरकारी। महिला दिवस पर सरकारी नौकरी के बारे में हाल ही...
नई दिल्लीः आज की महिला सिर्फ घर तक या घर की जिम्मेदारियों तक सीमित नहीं हैं। आज की महिला पुरूषों के साथ घर के बाहर भी कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं। वो आज हर तरह की नौकरी कर रही हैं चाहे वो प्राइवेट हो या सरकारी। महिला दिवस पर सरकारी नौकरी के बारे में हाल ही में एक सर्वे किया गया जिसमें चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं।
सर्वे में हुआ खुलासा
सर्वे में करीब 54 फीसदी भारतीय महिलाओं ने माना है कि उन्होंने सरकारी नौकरी पाने के लिए रिश्वत दी और 33 फीसदी का कहना है कि अधिकारियों ने उत्पीड़न के लिए उन्हें बार-बार बुलाया। ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशल इंडिया (टीआईआई) द्वारा प्रकाशित एक सर्वे रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है। सर्वे में ग्रामीण इलाकों की 1,100 उत्तरदाताओं और शहरी इलाकों की 3,500 उत्तरदाताओं को शामिल किया गया।
भ्रष्टाचार के मामले में पुरुष अधिक संवेदनशील
सर्वे में 38 फीसदी नागरिकों ने माना कि जिम्मेदारी या शक्ति के स्थिति में अधिकतर महिलाएं कम रिश्वतखोरी का कारण बनेंगी। वहीं 35 फीसदी महिलाओं ने बताया कि सरकारी योजनाओं के तहत लाभ पाने के लिए उन्हें सीधे रिश्वत देने के लिए कहा गया था। रिपोर्ट में कहा गया है कि महिलाएं और पुरुष दोनों ही इस बात से सहमत हैं कि भ्रष्टाचार के मामले में पुरुष अधिक संवेदनशील होते हैं। रिपोर्ट में कहा गया कि 38 प्रतिशत नागरिक जिम्मेदारी की स्थिति में महिलाओं को उपर मानते हैं। लगभग 37 प्रतिशत नागरिकों का मानना है कि महिलाओं को भ्रष्टाचार का खतरा होता है और 57 प्रतिशत नागरिक मानते हैं कि रिश्वत मांगने के लिए पुरुषों को अधिक असुरक्षित बताया गया है।