Edited By jyoti choudhary,Updated: 08 Jun, 2019 04:26 PM
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने बताया है कि एटीएम की संख्या में साल 2017 के मुकाबले 2019 में कमी आई है। जानकारी के मुताबिक, 2019 में 597 एटीएम कम हो गए। 2017 के आखिर में जहां इनकी संख्या 2,22,300 थी वह 31 मार्च 2019 तक घटकर 2,21,703 रह गई।
नई दिल्लीः रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने बताया है कि एटीएम की संख्या में साल 2017 के मुकाबले 2019 में कमी आई है। जानकारी के मुताबिक, 2019 में 597 एटीएम कम हो गए। 2017 के आखिर में जहां इनकी संख्या 2,22,300 थी वह 31 मार्च 2019 तक घटकर 2,21,703 रह गई। आरबीआई ने यह रिपोर्ट 'बेंचमार्किंग इंडिया पेमेंट सिस्टम' नाम से जारी की है।
रिपोर्ट में यह भी निकलकर आया कि भारत में जितना कैश सर्कुलेशन में होता है उसके हिसाब से एटीएम का इस्तेमाल काफी कम है। फिलहाल भारत में एटीएम की संख्या में भले कमी आ रही हो लेकिन 2012 से 2017 के बीच इनके लगने की स्पीड में भारत सिर्फ चीन से पीछे था।
स्टडी में पता चला है कि छह सालों के बीच (2012 से 2017) एटीएम की संख्या लगभग डबल हो गई थी। 2012 में 10,832 लोगों पर एक एटीएम था वहीं 2017 में 5,919 लोगों पर एक एटीएम हो गया। हालांकि, एटीएम की बढ़ती गिनती को अगर जनसंख्या के हिसाब से देखा जाएगा तो इसका ग्रोथ रेट कम ही है।