Edited By ,Updated: 08 Jan, 2019 05:29 AM
देशभर में विभिन्न डाकघरों के बचत खातों में 9,395 करोड़ रुपए की रकम दावा रहित (लावारिस) पड़ी है। सर्वाधिक 2,429 करोड़ रुपए की राशि किसान विकास पत्र में लावारिस पड़ी है। इसके बाद मंथली इन्कम स्कीम में 2,056 करोड़ रुपए लावारिस पड़े हैं। इसी तरह...
नई दिल्ली: देशभर में विभिन्न डाकघरों के बचत खातों में 9,395 करोड़ रुपए की रकम दावा रहित (लावारिस) पड़ी है। सर्वाधिक 2,429 करोड़ रुपए की राशि किसान विकास पत्र में लावारिस पड़ी है। इसके बाद मंथली इन्कम स्कीम में 2,056 करोड़ रुपए लावारिस पड़े हैं। इसी तरह एन.एस.सी. में भी 1,888 करोड़ रुपए का दावा करने वाला कोई नहीं है।
सबसे बड़ी बात यह है कि लावारिस पड़ी लगभग आधी रकम पश्चिम बंगाल, दिल्ली, पंजाब और उत्तर प्रदेश के डाकघरों में जमा हैं। इससे पहले भारतीय जीवन बीमा निगम (एल.आई.सी.) के खातों में भारी मात्रा में रकम दावा रहित होने की बात सामने आई थी।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 31 मार्च, 2018 को दावा रहित (लावारिस) कुल रकम 15,166.47 करोड़ रुपए थी। ऐसी कम्पनियों की सूची में सार्वजनिक क्षेत्र की कम्पनी जीवन बीमा निगम शीर्ष पर है जिसके पास कुल 10,509 करोड़ रुपए का कोई दावेदार नहीं है जबकि निजी कम्पनियों के पास ऐसी रकम 4,657.45 करोड़ रुपए है।