Edited By rajesh kumar,Updated: 03 Nov, 2020 06:40 PM
पूरी दुनिया कोरोना महामारी की मंदी से जूझ रही है। देश की तमाम बड़ी कंपनियों को घाटा उठाना पड़ा है। कंपनियों में कई कर्मचारियों की छंटनी की गई। लाखों की तदाद में लोग बेरोजगार हो गए। लेकिन महामारी के इस दौर में अडानी समूह ने जोरदार मुनाफा कमाया है।
नई दिल्ली: पूरी दुनिया कोरोना महामारी की मंदी से जूझ रही है। देश की तमाम बड़ी कंपनियों को घाटा उठाना पड़ा है। कंपनियों में कई कर्मचारियों की छंटनी की गई। लाखों की तदाद में लोग बेरोजगार हो गए। लेकिन महामारी के इस दौर में अडानी समूह ने जोरदार मुनाफा कमाया है।
मुनाफा 31.57 फीसदी बढ़ा
अडाणी पोट्र्स एण्ड स्पेशल इकोनोमिक जोन लिमिटेड (एपीएसईजैड) ने मंगलवार को कहा कि चालू वित्त वर्ष की 30 सितंबर 2020 को समाप्त दूसरी तिमाही में उसका एकीकृत शुद्ध लाभ 31.57 प्रतिशत बढ़कर 1,393.69 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। कंपनी ने बीएसई को भेजी सूचना में कहा कि एक साल पहले इसी अवधि में उसका एकीकृत शुद्ध लाभ 1,059.20 करोड़ रुपये रहा था। एपीएसईजैड देश की सबसे बड़ी एकीकृत लाजिस्टिक्स कंपनी है।
कंपनी की कुल एकीकृत आय बढ़कर 3,423.16 करोड़ रुपये
आलोच्य तिमाही के दौरान कंपनी की कुल एकीकृत आय बढ़कर 3,423.16 करोड़ रुपये हो गई। एक साल पहले इसी तिमाही में यह 3,326.90 करोड़ रुपये रही थी। इस दौरान कंपनी का कुल व्यय कम होकर 1,622.78 करोड़ रुपये रहा जबकि एक साल पहले इसी तिमाही में यह 2,440.56 करोड़ रुपये रहा था। एपीएसईजैड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और पूर्णकालिक निदेशक करण अडाणी ने कहा, ‘एपीएसईजैड ने उसकी परिसंपत्तियों में शामिल पोर्टफोलियो के इस्तेमाल को साबित किया है और इस दौरान उसकी बाजार हिस्सेदारी सकल मालवहन में बढ़कर 24 प्रतिशत तक पहुंच गई।
एपीएसईजैड भी वृद्धि के रास्ते पर लौटी
अर्थव्यवस्था के चरणबद्ध तरीके से खुलने के साथ ही एपीएसईजैड भी वृद्धि के रास्ते पर लौट रही है और तिमाही दर तिमाही आधार पर उसने 36 प्रतिशत वृद्धि हासिल की है।' अडाणी ने कहा कि एपीएसईजैड वर्ष 2025 तक 50 करोड़ टन माल का वहन करने के रास्ते पर आगे बढ़ रहा है।