Edited By jyoti choudhary,Updated: 18 Aug, 2020 02:42 PM
अमेजॉन इंडिया के बाद अब फ्लिपकार्ट भी ई-फार्मेसी में एंट्री करने जा रही है। इसके लिए फ्लिपकार्ट एक टीम बना रहा है। लेकिन इसके साथ प्रारंभिक चरण की साझेदारी की बातचीत भी हुई है PharmEasy यहां तक कि मुंबई स्थित ई-फार्मेसी
नई दिल्लीः अमेजॉन इंडिया के बाद अब फ्लिपकार्ट भी ई-फार्मेसी में एंट्री करने जा रही है। इसके लिए फ्लिपकार्ट एक टीम बना रहा है। लेकिन इसके साथ प्रारंभिक चरण की साझेदारी की बातचीत भी हुई है PharmEasy यहां तक कि मुंबई स्थित ई-फार्मेसी फर्म के बारे में कहा जाता है कि वह बेंगलुरु स्थित प्रतिद्वंद्वी मेडलाइफ का अधिग्रहण करने के लिए उन्नत चर्चा में है।
फ्लिपकार्ट के सीईओ कल्याण कृष्णमूर्ति ने फार्मईसी की फाउंडिंग टीम के साथ कई बैठकें की हैं, ताकि पार्टनरशिप का कोई अच्छा रास्ता निकाला जा सके। इस मामले से जुड़े एक शख्स ने बताया कि फ्लिपकार्ट ऑनलाइन मेडिसिन के बिजनेस में घुसने से पहले ये सुनिश्चिक कर लेना चाहती है कि कोई लीगल मामला बचा ना रह जाए, जिससे बिजनेस में दिक्कत हो। बता दें कि ऐमजॉन के ऑनलाइन बिजनेस में घुसने की घोषणा के बाद से ही मेडिकल स्टोर वाले उसे अवैध कह रहे हैं, जिसने फ्लिपकार्ट को सचेत कर दिया है।
वहीं फ्लिपकार्ट के प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी किसी भी ई-फार्मा प्लेयर के साथ बातचीत नहीं कर रही है। वहीं फार्मईजी के फाउंडर धवल शाह कहते हैं कि इंडस्ट्री का हिस्सा होने के नाते वह हर किसी से बात कर रहे हैं। बता दें कि कोरोना से पहले के दौर से अभी की तुलना करें तो फार्मईजी के पास 40-50 फीसदी अधिक ऑर्डर आ रहे हैं। फ्लिपकार्ट और ऐमजॉन दोनों ने ही ऐसे वक्त में ऑनलाइन मेडिसिन के बिजनेस में घुसने की सोच रहे हैं, जब रिलायंस इंडस्ट्रीज नेटमेड्स के अधिग्रहण (reliance industries in online medicine) की फाइनल स्टेज में है।