Edited By jyoti choudhary,Updated: 28 Oct, 2020 04:01 PM
देशभर में इस वक्त प्याज की चर्चा जोर शोर से हो रही है। देश के अलग-अलग हिस्सों में ब्याज 70 रुपए किलो से लेकर 100 रुपए तक बिक रही है लेकिन सरसो के तेल की तरफ अभी किसी का ध्यान नहीं गया है। 4 से 5 दिन में ही सरसो के तेल पर 8 से 15
बिजनेस डेस्कः देशभर में इस वक्त प्याज की चर्चा जोर शोर से हो रही है। देश के अलग-अलग हिस्सों में ब्याज 70 रुपए किलो से लेकर 100 रुपए तक बिक रही है लेकिन सरसो के तेल की तरफ अभी किसी का ध्यान नहीं गया है। 4 से 5 दिन में ही सरसो के तेल पर 8 से 15 रुपए प्रति किलोग्राम तक दाम बढ़ चुके हैं। अगर बीते एक साल की बात करें तो सरसो का तेल 50 रुपए प्रति लीटर तक महंगा हो चुका है। हाल फिलहाल इसके दाम काबू में आते हुए नजर नहीं आ रहे हैं। ब्लेंडिंग का खत्म होना, सरसो का इस साल कम उत्पादन होना और तेलों के लिए बनी विदेशी नीति में कुछ बदलाव होने के चलते यह असर पड़ रहा है लेकिन बीते 4 दिन पहले प्रति क्विंटल सरसो के दाम में 300 रुपए की तेजी आने के बाद तेल में फिर से उछाल आ गया है।
आपको बता दें कि सरकार ने सरसों तेल में किसी अन्य तेल की मिलावट पर रोक लगा दी है। भारतीय खाद्य संरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) द्वारा सरसों तेल में मिलावट (Blending mustard oil) पर लगाई गई रोक एक अक्टूबर से लागू हो गई। सरकार का कहना है कि इस फैसले से उपभोक्ताओं के साथ-साथ सरसों पैदा करने वाले किसानों को भी फायदा होगा।
एक ही साल में 50 रुपए तक महंगा हुआ सरसो का तेल
खुदरा तेल कारोबारी हाजी इलियास की मानें तो साल 2019 के अक्टूबर में सरसो का तेल 80 से 105 रुपए लीटर तक बिक रहा था लेकिन जनवरी में पाम आयल पर लगी पाबंदियों के चलते एक लीटर सरसो के तेल के दाम 115 से 120 रुपए लीटर तक पहुंच गए। फिर लॉकडाउन लग गया, नई सरसो की फसल आई तो पैदावार कम हुई। वहीं दूसरी ओर एक अक्टूबर से FASSI ने सरसो के तेल में ब्लेंडिंग पर रोक लगा दी। दाम 10 से 15 रुपए लीटर तक बढ़ गए लेकिन सरसो के दाम में बढ़ोतरी होते ही तेल के दाम में भी उछाल आ गया है। अगर ब्रांडेड सरसो के तेल के दाम की बात करें तो बाजार में 130 से 145 रुपए लीटर तक पहुंच चुके हैं।