Edited By Punjab Kesari,Updated: 01 Dec, 2017 12:09 PM
प्रतिस्पर्धी दबाव को महसूस करते हुए सार्वजनिक क्षेत्र के ऋणदाता पंजाब नैशनल बैंक (पीएनबी) ने 1 करोड़ रुपये से अधिक की जामाओं पर ब्याज दरें 0.5 फीसदी तक बढ़ा दी हैं। इससे पहले देश के सबसे बड़े ऋणदाता भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) भी बड़ी जमाओं पर ब्याज...
नई दिल्लीः प्रतिस्पर्धी दबाव को महसूस करते हुए सार्वजनिक क्षेत्र के ऋणदाता पंजाब नैशनल बैंक (पीएनबी) ने 1 करोड़ रुपये से अधिक की जामाओं पर ब्याज दरें 0.5 फीसदी तक बढ़ा दी हैं। इससे पहले देश के सबसे बड़े ऋणदाता भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) भी बड़ी जमाओं पर ब्याज दर में 1 प्रतिशत तक की वृद्घि का निर्णय ले चुका है।जमाओं पर ब्याज दरों में यह वृद्घि आरबीआई की 6 दिसंबर को होने वाली द्विमासिक समीक्षा बैठक से पहले की गई है। आरबीआई ने अपनी पिछली समीक्षा बैठक में ब्याज दरों को 6 फीसदी पर अपरिवर्तित बनाए रखा था।
पीएनबी ने एक बयान में कहा कि उसने 1 करोड़ रुपये की 1 साल या उससे अधिक समय की घरेलू जमाओं पर ब्याज दरें 4.50 फीसदी से बढ़ाकर 5 प्रतिशत कर दी हैं। नई जमा दरें 1 दिसंबर, 2017 से प्रभावी होंगी। सैमको सिक्योरिटीज के मुख्य कार्याधिकारी जिमीत मोदी ने ब्याज दर में वृद्घि पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि इससे संकेत मिलता है कि नोटबंदी की वजह से पैदा हुई अतिरिक्त नकदी की उपलब्धता समाप्त हो रही है।
इससे दो चीजें स्पष्टï हो गई हैं। पहला, ब्याज दरें अब जल्द नीचे नहीं जाएंगी बल्कि इनमें तेजी की संभावना बढ़ गई है। दूसरा, कुछ समय के लिए पैदा हुई अधिक तरलता की स्थिति समाप्त होती दिख रही है। हालांकि ब्याज दरों में संशोधन बड़ी जमाओं के संदर्भ में ही किया गया है जबकि एसबीआई ने छोटी रकम की जमाओं पर ब्याज दरों को अपरिवर्तित बनाए रखा है। संक्षिप्त अवधि (7-45 दिन) की जमा पर ब्याज दरें 3.75 फीसदी से बढ़ाकर 4.75 फीसदी की गई थीं और 5-10 साल की जमाओं के लिए यह दर 425 फीसदी से बढ़कर 5.25 फीसदी होगी।