Edited By Supreet Kaur,Updated: 04 Aug, 2018 12:05 PM
मानसून के सामान्य से कम रहने के कारण कुल बुवाई रकबा पिछले साल के मुकाबले 7.5 प्रतिशत कम है। इससे कुल कृषि उत्पादन पर असर पड़ सकता है। केयर रेटिंग्स की रिपोर्ट के अनुसार हालांकि इस सप्ताह देश के अधिकतर भागों में बारिश सामान्य रही, लेकिन अब भी औसत से...
बिजनेस डेस्कः मानसून के सामान्य से कम रहने के कारण कुल बुवाई रकबा पिछले साल के मुकाबले 7.5 प्रतिशत कम है। इससे कुल कृषि उत्पादन पर असर पड़ सकता है। केयर रेटिंग्स की रिपोर्ट के अनुसार हालांकि इस सप्ताह देश के अधिकतर भागों में बारिश सामान्य रही, लेकिन अब भी औसत से यह 7 प्रतिशत कम है।
जिन क्षेत्रों में सामान्य से कम बारिश हुई है, उसमें आंध्र प्रदेश में रायलसीमा शामिल हैं। वहां सामान्य से 43 प्रतिशत कम वर्षा हुई है। पूर्वोत्तर क्षेत्र भी कम बारिश से प्रभावित है। रिपोर्ट के अनुसार इससे पिछले साल के मुकाबले गन्ने को छोड़कर सभी फसलों की बुवाई कम हुई है।
दलहन का रकबा करीब 9 प्रतिशत कम है। रायलसीमा में पिछले दो सप्ताह से कम बारिश के कारण उड़द के रकबे में जहां 16 प्रतिशत की गिरावट आयी है। आंध्र क्षेत्र में उड़द प्रमुख फसल है। हालांकि मूंग की खेती अच्छी रही है और इसका रकबा पिछले साल 2017 के मुकाबले 3.8 प्रतिशत बढ़ा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि इस साल तिलहन का रकबा भी भी पिछले साल के मुकाबले 1.2 प्रतिशत कम है। हालांकि गन्ने का रकबा 2017 की तुलना में अधिक है।