Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Sep, 2017 02:46 PM
किसानों को कृषि से होने वाले लाभ को अधिकतम करने के लिए फसलों में विविधता लाने के साथ...
नई दिल्लीः किसानों को कृषि से होने वाले लाभ को अधिकतम करने के लिए फसलों में विविधता लाने के साथ फसली योजना बनानी चाहिए और नए एवं बेहतर उत्पाद अपनाने चाहिए। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आई.सी.ए.आर.) के महानिदेशक त्रिलोचन माहापात्र ने यह बात कही।
महापात्रा ने गुजरात के किसानों का उदाहरण देते हुए कहा कि यह दिखाता है कि फसलों का विविधीकरण और उसकी योजना से कृषि से होने वाला लाभ बढ़ता है। उन्होंने यह बात यहां विभूति भूषण बारीक की एक किताब ‘प्रोडक्टिविटी एंड इंकम इनहासमेंट थ्रो किसान क्रेडिट कार्ड स्कीम’ का विमोचन करते हुए कही। बारीक बैकुंठ मेहता राष्ट्रीय सहकारिता प्रबंधन संस्थान के पूर्व निदेशक रह चुके हैं। माहपात्र ने कहा कि कृषि में अधिकतम लाभ के लिए फसली योजना, विविधीकरण और नए एवं बेहतर उत्पादन की ओर बढ़ना ही सफलता का मूलमंत्र है।
उन्होंने जोर देकर कहा कि केंद्र सरकार 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने के लिए प्रयासरत है और यह तब हो सकता है जब किसान वैज्ञानिक तरीके से फसल वैविध्य को अपनाएं। महापात्रा ने कहा कि बारीक की पुस्तक में दिए गए सर्वेक्षण से स्पष्ट है कि किसान क्रेडिट कार्ड योजना ने ग्राहकों को लाभ पहुंचा है।