Edited By ,Updated: 23 Nov, 2015 01:08 PM
सार्वजनिक क्षेत्र की एयर इंडिया ने विमानों को पट्टे पर देने वाली एक सिंगापुरी फर्म को 9 ड्रीमलाइनर विमान बेचकर 7,000 करोड़ रुपए जुटाए हैं।
नई दिल्ली: सार्वजनिक क्षेत्र की एयर इंडिया ने विमानों को पट्टे पर देने वाली एक सिंगापुरी फर्म को 9 ड्रीमलाइनर विमान बेचकर 7,000 करोड़ रुपए जुटाए हैं। कंपनी ने एक एसएलबी समझौते के तहत बेचे गए विमानों को वापस पट्टे पर ले लिया है।
विमानन कंपनी के सूत्रों ने कहा कि इस धन का एक बड़ा हिस्सा बोइंग 787-800 विमानों की खरीद के लिए पूर्व में लिए गए रिणों के पुनर्भुगतान में इस्तेमाल किया जाएगा।
बेचो और पट्टे पर वापस लो (एसएलबी) व्यवस्था के तहत संपत्ति बेचने वाली कंपनी इसे खरीदार से दीर्घकाल के लिए पट्टे पर वापस ले लेती है और बिना स्वामित्व के वह इसका निरंतर इस्तेमाल करती रहती है। एयर इंडिया के बेड़े में 131 विमान हैं जिसमें बोइंग, एयरबस और एटीआर विमानों के अलावा सीआरजे भी शामिल हैं। इनमें से 21 विमान बोइंग 787-800 के हैं। इससे पहले भी, एयर इंडिया ने इसी तरह की एक व्यवस्था के तहत 12 ड्रीमलाइनर विमान बेचकर इन्हें वापस पट्टे पर लिया था।
एयर इंडिया के सूत्रों ने बताया, "एयर इंडिया ने सभी नौ ड्रीमलाइनर विमान सिंगापुर की एक कंपनी को 7,000 करोड़ रुपए में बेच दिया है। इन विमानों को अब पट्टे पर वापस ले लिया गया है।" उन्होंने कहा कि इस सौदे से प्राप्त कुल रकम में से करीब 6,000 करोड़ रुपए का इस्तेमाल विमानों की खरीद के समय लिए गए ऋण के पुनर्भुगतान में किया जाएगा और बाकी 1,000 करोड़ रुपए का इस्तेमाल अन्य उद्देश्यों के लिए किया जाएगा।