Edited By rajesh kumar,Updated: 19 Sep, 2020 03:30 PM
एयर इंडिया के पास टीडीएस और कर्मचारियों की प्रोविडेंट फंड (ईपीएफ) जमा कराने के लिए भी पैसा नहीं हैं। सूत्रों के अनुसार कंपनी ने टीडीएस और पीएफ के भुगतान में डिफॉल्ट किया है।
नई दिल्ली: एयर इंडिया के पास टीडीएस और कर्मचारियों की प्रोविडेंट फंड (ईपीएफ) जमा कराने के लिए भी पैसा नहीं हैं। सूत्रों के अनुसार कंपनी ने टीडीएस और पीएफ के भुगतान में डिफॉल्ट किया है। केंद्र सरकार पहले ही कह चुकी है कि यह तो कंपनी बिकेगी या फिर बंद होगी और कोई ऑप्शन नहीं है। सरकार भी इसे बेचने की पूरी कोशिश कर रही है लेकिन उसे कामयाबी नहीं मिली है।
बता दें कि एयर इंडिया ने टीडीएस के भुगतान में डिफॉल्ट को लेकर इनकार किया है लेकिन पीएफ के मामले में कुछ नहीं कहा। ईटी के एक मेल के जवाब में कंपनी ने कहा, 'एयर इंडिया पहले ही टीडीएस जमा कर चुकी है। फॉर्म 16 के डिस्ट्रीब्यूशन की प्रक्रिया चल रही है।' वहीं सरकारी अधिकारियों का कुछ और ही कहना है। एक अधिकारी की मानें तो, 'एयर इंडिया ने साल जनवरी से टीडीएस और पीएफ का भुगतान नहीं किया है। कंपनी के पास मार्च अतं तक टीडीएस का 23 करोड़ रुपए का बकाया है। साथ ही पीएफ बकाया भी करोड़ों में है।'
पीएफ के मुद्दे पर एयर इंडिया के एक प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी इस बारे में कोई और टिप्पणी नहीं करना चाहती। एयर इंडिया द्धारा पीएफ और टीडीएस नहीं देने से कार्यरत और रिटायर कर्मचारी प्रभावित हो रहे हैं। ईटी ने 12 जुलाई को जानकारी दी थी कि सिविल एविएशन मिनिस्ट्री ने एयर इंडिया को और इक्विटी सपोर्ट देने से मना कर दिया है। इससे कंपनी की वित्तीय स्थिति और खराब हो गई है। अभी हाल में नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने अपने बयान में कहा था कि सरकार के पास एयर इंडिया को बेचने या बंद करने के अलावा कोई चारा नहीं है।