Edited By Pardeep,Updated: 13 Aug, 2018 05:02 AM
फंड की कमी से जूझ रही सरकारी एयरलाइन कम्पनी एयर इंडिया के तकरीबन एक-चौथाई विमान इन दिनों जमीन पर हैं और उड़ान नहीं भर रहे। पायलटों के मुताबिक इसके चलते कम्पनी को नुक्सान हो रहा है। सभी एयरलाइंस की ओर से कुछ विमानों को उड़ान से अलग रखा जाता है ताकि...
मुम्बई/जालंधर: फंड की कमी से जूझ रही सरकारी एयरलाइन कम्पनी एयर इंडिया के तकरीबन एक-चौथाई विमान इन दिनों जमीन पर हैं और उड़ान नहीं भर रहे।पायलटों के मुताबिक इसके चलते कम्पनी को नुक्सान हो रहा है। सभी एयरलाइंस की ओर से कुछ विमानों को उड़ान से अलग रखा जाता है ताकि मैंटीनैंस के काम को किया जा सके। एयर इंडिया की बात करें तो यह संख्या अधिक है क्योंकि स्पेयर की जरूरत को भी पूरा करना है और इन दिनों यह सरकारी कम्पनी आर्थिक तंगी के दौर से गुजर रही है।
उड्डयन महानिदेशालय ने साधी चुप्पी
पायलटों ने इस बात पर भी हैरानी जताई है कि पूरे मसले पर उड्डयन महानिदेशालय ने भी चुप्पी साध रखी है और एयरलाइन से किसी भी तरह की सफाई तक नहीं मांगी है। एयर इंडिया के चेयरमैन पी.एस. खरोला को लिखे पत्र में इंडियन कमॢशयल पायलट्स एसोसिएशन ने कहा कि स्पेयर्स की कमी के चलते एयर इंडिया के तकरीबन 23 प्रतिशत विमान इन दिनों उड़ान नहीं भर रहे। 25,000 करोड़ रुपए तक के एयरक्राफ्ट्स का कोई इस्तेमाल नहीं हो रहा है। हर दिन बड़ी संख्या में फ्लाइट्स को रद्द और रिशैड्यूल किया जा रहा है।