Edited By Pardeep,Updated: 23 May, 2018 04:00 AM
सार्वजनिक क्षेत्र की एयरलाइन एयर इंडिया के लिए यदि उचित कीमत नहीं मिलती है, तो सरकार शायद इसे नहीं बेचेगी। नागर विमानन सचिव आर.एन. चौबे ने यह बात कही। हालांकि, इसके साथ ही चौबे ने विश्वास जताया कि एयर इंडिया के लिए अच्छी ...
नई दिल्ली/जालंधर: सार्वजनिक क्षेत्र की एयरलाइन एयर इंडिया के लिए यदि उचित कीमत नहीं मिलती है, तो सरकार शायद इसे नहीं बेचेगी। नागर विमानन सचिव आर.एन. चौबे ने यह बात कही। हालांकि, इसके साथ ही चौबे ने विश्वास जताया कि एयर इंडिया के लिए अच्छी कीमत मिलेगी। एयर इंडिया के लिए रूचि पत्र (ई.ओ.आई.) भेजने की अंतिम तारीख 31 मई है।
चौबे ने बताया कि आग्रह प्रस्ताव (आर.एफ.पी.) 15 जून के बाद जारी किया जाएगा। उन्होंने बताया कि एयरलाइन के लिए सबसे ऊंची बोली लगाने वाले का नाम अगस्त के अंत तक पता चलेगा। हालांकि यह भी हो सकता है कि सबसे ऊंची बोली लगाने वाला सफल बोलीदाता नहीं हो। उन्होंने बताया कि सरकार का इरादा विनिवेश प्रक्रिया को इस साल के अंत तक पूरा करने का है।
प्रस्तावित बिक्री को लेकर एयर इंडिया कर्मचारी यूनियनों के विरोध पर चौबे ने कहा कि उन्हें इस तथ्य की जानकारी है कि दुनियाभर में एयरलाइंस ने निजीकरण के बाद अच्छा प्रदर्शन किया है। इससे पहले चौबे ने कहा था कि राष्ट्रीय एयरलाइन के विनिवेश को लेकर काफी रूचि दिखाई दी जा रही है। सरकार स्पष्ट कर चुकी है कि विनिवेश के बाद एयर इंडिया में वह 24 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ अल्पांश शेयरधारक रहेगी।