Edited By jyoti choudhary,Updated: 06 Nov, 2019 02:31 PM
अंतररष्ट्रीय हवाई अड्डा परिषद् (एसीआई) की महानिदेशक एंजेला गिटेन्स ने कहा है कि सिर्फ परिचालन से हवाई अड्डों को मुनाफा नहीं हो सकता तथा अपना अस्तित्व बचाए रखने के लिए उन्हें नए कारोबारी मॉडल अपनाने की जरूरत है। गिटेन्स ने इंचिऑन अंतररष्ट्रीय हवाई...
सोलः अंतररष्ट्रीय हवाई अड्डा परिषद् (एसीआई) की महानिदेशक एंजेला गिटेन्स ने कहा है कि सिर्फ परिचालन से हवाई अड्डों को मुनाफा नहीं हो सकता तथा अपना अस्तित्व बचाए रखने के लिए उन्हें नए कारोबारी मॉडल अपनाने की जरूरत है। गिटेन्स ने इंचिऑन अंतररष्ट्रीय हवाई अड्डे द्वारा आयोजित विश्व विमानन सम्मेलन में अपने संबोधन में कहा, ‘‘विमानों के परिचालन से प्राप्त राजस्व पूंजी लागत तथा परिचालन लागत की पूरी तरह भरपाई नहीं करते। मुनाफे के लिए हवाई अड्डे गैर-विमानन राजस्व पर निर्भर हैं। अल्पावधि में हमें मौजूदा तथा होने वाले बदलावों के प्रति सजग रहना होगा तथा मिलकर नए बिजनेस मॉडल तलाशने होंगे ताकि हम यात्रियों की अपेक्षाओं के साथ कदम मिला सकें।''
एसीआई प्रमुख ने कहा कि दुनिया में हवाई यात्रियों की संख्या वर्ष 2037 तक दोगुनी होने की उम्मीद है। इस क्षेत्र में वृद्धि के कारक मौजूद हैं लेकिन प्रश्न यह है कि क्या हम उस मांग की पूर्ति करने में सफल होंगे। उन्होंने कहा, ‘‘जैसे-जैसे यात्रियों की संख्या बढ़ रही है, नए तथा बेहतर बुनियादी ढांचों की जरूरत भी बढ़ती जाएगी। जहां सरकारें निवेश के लिए प्रोत्साहन पैकेज नहीं दे सकतीं वहां विमानन के विकास के लिए निजी निवेश महत्त्वपूर्ण कारक साबित हुआ है। हवाई अड्डा परिचालन से जुड़े सभी हितधारकों को ज्यादा सक्षम तथा सक्रिय होने की जरूरत है।''
गिटेन्स ने कहा कि विमानन एक पारिस्थितिकी है, एक जटिल नेटवर्क या बारीकी से गुथी हुई प्रणाली है। साथ ही हम वैश्विक पर्यावरणीय पारिस्थितिकी का भी हिस्सा हैं। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हम स्थायित्व के साथ विकास करें और पर्यावरण पर दुष्प्रभाव कम करने का प्रयास करें।