Edited By Punjab Kesari,Updated: 17 Jun, 2017 11:14 AM
देश की निजी क्षेत्र की सबसे बड़ी मोबाइल कंपनी भारती एयरटेल ने बाजार में नई उतरी रिलायंस जियो पर बाजार खराब करने वाली कीमत नीति अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा
नई दिल्लीः देश की निजी क्षेत्र की सबसे बड़ी मोबाइल कंपनी भारती एयरटेल ने बाजार में नई उतरी रिलायंस जियो पर बाजार खराब करने वाली कीमत नीति अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि इंटरकनैक्शन शुल्क बढ़ाया जाए तथा कंपनियों को ग्राहकों को जोड़े रखने के लिए प्रोत्साहन योजना चलाने की छूट हो।
इंटरनकनैक्शन उपयोग शुल्क (आईयूसी) उन मोबाइल कंपनियों को मिलता है जहां कॉल खत्म होती है। प्रतिद्वंद्वी जियो के खिलाफ एकजुट तीनों दूरसंचार कंपनियों 'एयरटेल, वोडाफोन तथा आइडिया सेल्यूलर' ने कहा कि मौजूदा आईयूसी 14 पैसे प्रति मिनट है जो लागत से कम है और इसे ठीक किए जाने की जरूरत है। तीनों कंपनियों ने अंतर-मंत्रालयी समूह (आईएमजी) के साथ अलग-अलग बैठक की।
आइडिया ने दलील दी कि आईयूसी को ठीक से निर्धारित किए जाने की जरूरत है ताकि बाजार खराब करने वाली वॉयस कीमत माहौले को ठीक किया जा सके। उसने यह भी कहा कि जियो का मुफ्त पेशकश से उद्योग पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है और वॉयस तथा डाटा दोनों के लिए न्यूनतम दर तय करने का सुझाव दिया ताकि बाजार कीमत खराब करने वाली कीमत व्यवस्था पर लगाम लगाया जा सके।
एयरटेल ने आरोप लगाया कि जियो ने बाजार खराब करने वाली कीमत नीति अपनाई है जिसका मकसद लागत से कम मूल्य पर सेवा देकर बाजार हिस्सेदारी हासिल करना है। इससे उद्योग की आय प्रभावित हुई है। एयरटेल ने आईएमजी के समक्ष अपनी प्रस्तुति में कहा, "लागत से कम कॉल कनैक्ट चार्ज के दुरूपयोग पर रोक लगाने के लिए आईयूसी को ठीक करने जरूरत है।" वहीं दूरसंचार कंपनी वोडाफोन ने कहा कि काल कनैक्ट चार्ज पहले ही लागत से कम है और इस अंतर परिचालक शुल्क में किसी तरह की आेर कटौती से ग्रामीण कवरेज प्रभावित होगी।