Edited By jyoti choudhary,Updated: 01 Sep, 2018 01:05 PM
नैशनल कंपनी लॉ ट्राइब्यूनल (NCLT) ने शुक्रवार को आइडिया सेल्युलर और वोडाफोन के विलय को मंजूरी दे दी। नई कंपनी वोडाफोन-आइडिया लि. के नाम से संचालित होगी।
नई दिल्लीः नैशनल कंपनी लॉ ट्राइब्यूनल (NCLT) ने शुक्रवार को आइडिया सेल्युलर और वोडाफोन के विलय को मंजूरी दे दी। नई कंपनी वोडाफोन-आइडिया लि. के नाम से संचालित होगी। इसके साथ ही भारत की नंबर-1 टेलिकॉम कंपनी होने का ताज एयरटेल से छीन गया है। एयरटेल पिछले 15 वर्ष से भारत की सबसे बड़ी टेलिकॉम कंपनी बनी हुई थी लेकिन अब यह दूसरे पायदान पर खिसक गई है।
एयरटेल ने किया ट्वीट
वोडाफोन-आइडिया के विलय को लेकर एयरटेल ने वोडाफोन को ट्वीट करते हुए बधाई दी है। एयरटेल ने लिखा है, 'बधाई हो आपको! टॉप पर पहुंचने पर आपका स्वागत है। हम जानते हैं कि यह कैसा अनुभव है।'
नई कंपनी के ग्राहक
वोडाफोन-आइडिया ने एक संयुक्त बयान में विलय की पुष्टि करते हुए दावा किया कि नई कंपनी 40 करोड़ 80 लाख ग्राहकों के साथ देश की सबसे बड़ी टेलिकॉम कंपनी बन गई है। नई कंपनी का पूरे देश से प्राप्त होने वाला रेवेन्यू (AGR) 32.2% है जबकि नौ टेलिकॉम सर्कलों में यह नंबर 1 पर है।
इस विलय के बाद तीन बड़ी कंपनियों भारती एयरटेल, रिलायंस जियो और वोडा आइडिया के बीच देश के एक अरब से अधिक के ग्राहकों के लिए मारामारी होगी क्योंकि देश अब 3G से 4G की ओर बढ़ चुका है और काफी किफायती स्मार्टफोन बाजार में आ रहे हैं। डेटा खपत में बड़ी वृद्धि के बीच ग्राहकों को लुभाने की होड़ में कंपनियां सस्ते टैरिफ ऑफर करके नुकसान उठा रही हैं।
नई कंपनी के बोर्ड में होंगे 12 डायरेक्टर
नई कंपनी के बोर्ड में चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला और चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर बालेश शर्मा के साथ ही 12 डायरेक्टर होंगे। हिमांशु कपानिया ने आइडिया सेल्युलर के मैनेजिंग डायरेक्टर पद से पहले ही इस्तीफा दे दिया है लेकिन वह मर्ज्ड कंपनी के नॉन एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर बने रहेंगे।