Edited By jyoti choudhary,Updated: 31 Jan, 2020 02:13 PM
भारती एयरटेल ने शुक्रवार को कहा कि उसका नाम विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) की काली सूची से हटा दिया गया है। एक निर्यात संवर्धन योजना के तहत निर्यात दायित्वों का पूरी तरह पालन नहीं करने को लेकर एयरटेल को इस सूची में डाला गया था।
नई दिल्लीः भारती एयरटेल ने शुक्रवार को कहा कि उसका नाम विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) की काली सूची से हटा दिया गया है। एक निर्यात संवर्धन योजना के तहत निर्यात दायित्वों का पूरी तरह पालन नहीं करने को लेकर एयरटेल को इस सूची में डाला गया था। कंपनी ने बयान में कहा, "हम औपचारिकताओं को पूरा करने और शेष मामलों को बंद करने के लिए अतिरिक्त दस्तावेज उपलब्ध कराने के लिए अधिकारियों के साथ सक्रिय रूप से जुड़े हुए हैं।"
भारती एयरटेल ने कहा कि डीजीएफटी के सामने संबंधित जानकारी और दस्तावेज का उल्लेख करने के बाद उसे अब काली सूची से बाहर कर दिया गया है। इस सप्ताह की शुरुआत में, कंपनी ने कहा था कि वह इस सूची से अपना नाम हटवाने के लिए काम कर रही है। डीजीएफटी की मौजूदा कार्रवाई उसके भविष्य में निर्यात या आयात करने की क्षमता को सीमित नहीं करती है।
वाणिज्य मंत्रालय के तहत आने वाले डीजीएफटी ने कंपनी को उसे जारी कुछ पूंजीगत उत्पादों के निर्यात संवर्द्धन (ईपीसीजी) के तहत निर्यात प्रतिबद्धताओं को पूरा नहीं करने पर प्रवेश निषेध सूची में डाला है। इस सूची को काली सूची के तौर भी जाना जाता है। पूंजीगत सामान निर्यात संवर्धन योजना एक निर्यात प्रोत्साहन योजना है जिसके तहत पूंजीगत सामानों का निशुल्क आयात करने की अनुमति है। योजना के तहत आयातकों को बचाए गए आयात शुल्क के मुकाबले छह गुना तक निर्यात दायित्व पूरा करना होता है।