Edited By Supreet Kaur,Updated: 21 Jun, 2018 04:09 PM
धर्म को लेकर भेदभाव करने के आरोप में फंसी टेलिकॉम कंपनी एयरटेल ने अपनी कस्टमर रेस्पॉन्स टीम को ट्रेनिंग देने का फैसला किया है। कंपनी ने इस आरोप को भी खारिज किया है कि उसने एक ग्राहक की मांग पर अपने एक खास धर्म के कस्टमर केयर एग्जीक्यूटिव को बदल दिया।
बिजनेस डेस्कः धर्म को लेकर भेदभाव करने के आरोप में फंसी टेलिकॉम कंपनी एयरटेल ने अपनी कस्टमर रेस्पॉन्स टीम को ट्रेनिंग देने का फैसला किया है। कंपनी ने इस आरोप को भी खारिज किया है कि उसने एक ग्राहक की मांग पर अपने एक खास धर्म के कस्टमर केयर एग्जीक्यूटिव को बदल दिया।
एंप्लॉयीज के लिए लगाई जाएंगी वर्कशॉप
एयरटेल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि भविष्य में भेदभाव के किसी भी आरोप से बचने के लिए कंपनी अपने कस्टमर केयर एग्जीक्यूटिव्स को जातीयता आदि के आधार पर किसी भी अनुरोध या शिकायतों के लिए संवेदनशील बनाएगी। एक एग्जीक्यूटिव ने कहा, 'इस तरह की स्थितियों से निपटने के लिए एग्जीक्यूटिव्स को संवेदनशील बनाने के लिए हम वर्कशॉप करेंगे। मगर हमारी प्राथमिकता हमेशा ग्राहक और उनकी समस्याओं का समाधान करना होगा। हम कॉल के लिए मौजूद पहले एग्जीक्यूटिव के माध्यम से उत्तर देना जारी रखेंगे।'
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि पूजा सिंह नाम की एक लड़की ने अपने डीटीएच की सेवा से संबंधित एक शिकायत एयरटेल के जिसके बाद शोएब नाम के एक कर्मचारी ने कंपनी का प्रतिनिधि के रूप में ट्विटर पर लड़की से बात की। इसी के बाद लड़की ने उस कर्मचारी से बात करने से इनकार कर दिया और कहा कि मुस्लिम कर्मचारी पर उसे भरोसा नहीं है, इसलिए कंपनी उसकी शिकायत की सुनवाई के लिए कोई दूसरा कर्मचारी उपलब्ध करवाए। लड़की की इस मांग के बाद कंपनी ने अपने ट्विटर हैंडल से शिकायत सुनने वाले कर्मचारी को बदल दिया। कंपनी के इसी फैसले के बाद विवाद खड़ा हो गया।