Edited By rajesh kumar,Updated: 11 Nov, 2020 03:04 PM
दुनिया की दिग्गज ई कॉमर्स कंपनी Amazon पर 19 अरब डॉलर (1.38 लाख करोड़ रुपए) का फाइन लग सकता है। कंपनी पर सेलर्स के डेटा का गलत तरीके से उपयोग करने का आरोप लगाया गया है।
नई दिल्ली: दुनिया की दिग्गज ई कॉमर्स कंपनी Amazon पर 19 अरब डॉलर (1.38 लाख करोड़ रुपए) का फाइन लग सकता है। कंपनी पर सेलर्स के डेटा का गलत तरीके से उपयोग करने का आरोप लगाया गया है। इस मामले में यूरोपीय यूनियन के नियामकों ने एमेजॉन के खिलाफ कोराबार में अनुचित व्यवहार के तहत मामला दायर किया है।
फायदे के लिए डाटा का इस्तेमाल
नियामकों ने एमेजॉन पर आरोप लगाते हुए कहा है कि कंपनी उसके प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करने वाले मर्चेंट के खिलाफ अनुचित लाभ लेने के लिए डेटा का इस्तेमाल कर रही है। ईयू कमीशन ने अपने बयान में कहा कि इन आरोपं को कंपनी के पास भेज दिया गया है। एमेजॉन ने अपने मार्केट प्लेस पर अपने खुद के लेबल वाले सामानों की बिक्री बढ़ाने के लिए थर्ड पार्टी सेल के डाटा को उपयोग किया है। आरोपों की जांच शुरू कर दी गई है। यह जांच सेलर्स के उन संभावित प्रिफरेंशियल ट्रीटमेंट में हो रही है जिसमें एमेजॉन की लॉजिस्टिक सेवाओं के उपयोग करने का मामला है।
एमेजॉन ने खारिज किए आरोप
हालांकि एमेजॉन ने इन आरोपों को खारिज कर दिया है। अगर एमेजॉन कंपटीशन के नियमों का उल्लंघन करने की दोषी पाई जाती है तो इस पर कंपनी के कुल वार्षिक टर्नओवर का 10 फीसदी हिस्सा जुर्माने की तौर पर देना पड़ सकता है। यह राशि 19 अरब डॉलर ( 1.38 लाख करोड़ रुपए) हो सकती है। यूरोपियन यूनियन कंपटीशन कमिश्नर ने अपने बयान में कहा कि अगर एमेजॉन उन सेलर्स के लिए एक कंपटीटर के रूप में है तो थर्ड पार्टी सेलर्स की गतिविधियों के डाटा को वह अपने फायदे के लिए उपयोग नहीं कर सकता है।