Edited By Supreet Kaur,Updated: 23 Aug, 2018 12:51 PM
आम्रपाली ग्रुप ने मंगलवार को अपनी सभी चल और अचल संपत्तियों कीजानकारी सुप्रीम कोर्ट को सौंप दी। कंपनी ने सुप्रीम कोर्ट को सौंपे अपने एफिडैविट में सभी संपत्तियों की कीमत 5,647 करोड़ रुपए लगाई है। कंपनी ने वकील के जरिए अगले 2 साल में 1,040 करोड़ के...
नई दिल्ली: आम्रपाली ग्रुप ने मंगलवार को अपनी सभी चल और अचल संपत्तियों कीजानकारी सुप्रीम कोर्ट को सौंप दी। कंपनी ने सुप्रीम कोर्ट को सौंपे अपने एफिडैविट में सभी संपत्तियों की कीमत 5,647 करोड़ रुपए लगाई है। कंपनी ने वकील के जरिए अगले 2 साल में 1,040 करोड़ के कमर्शियल स्पेस के निर्माण कार्य को पूरा करने और उसे बेचने का प्रस्ताव भी रखा। इससे मिलने वाली रकम से कैटेगरी ए और बी के अंदर आने वाले प्रोजैक्ट को पूरा किया जा सकता है।
कंपनी के मुताबिक, कैटेगरी ए प्रोजैक्ट्स के तहत करीब 11,403 फ्लैट्स को पूरा करने के लिए 205 करोड़ और कैटेगरी बी प्रोजैक्ट्स के 9,715 अपार्टमैंट्स को पूरा करने के लिए 637 करोड़ की जरूरत होगी। कंपनी वृंदावन, भुवनेश्वर, बरेली, इंदौर, जयपुर, उदयपुर, रायपुर, पटना और मुजफ्फरपुर जैसे शहरों में स्थित अपनी प्रॉपर्टी भी बेचने की तैयारी कर रही है, जिसकी कीमत करीब 1,193 करोड़ रुपए है। सुप्रीम कोर्ट में दाखिल पिछले एफिडैविट में कंपनी ने कहा था कि उसे 26 मौजूदा कंस्ट्रक्शन प्रोजैक्ट्स को पूरा करने के लिए 5,112 करोड़ की जरूरत है। सुप्रीम कोर्ट ने आम्रपाली ग्रुप की सभी कंपनियों की फॉरैंसिक जांच कराने का भी आदेश दिया है। ऑडिटर्स को योग्य कंपनियों के नाम सहित सभी जानकारियां 28 अगस्त तक देने को कहा गया है।
सुनवाई के दौरान विरोधी पक्ष के वकील ने इस बात की तरफ इशारा किया कि आम्रपाली ने सुप्रीम कोर्ट को सौंपे एफिडैविट में अपनी 8 कंपनियों के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है, जिसके बाद कोर्ट ने आम्रपाली को फटकार लगाई। अदालत ने उससे इन कंपनियों के बारे भी जानकारी मांगी।