Edited By jyoti choudhary,Updated: 09 Nov, 2019 01:07 PM
रिलांयस ग्रुप के चेयरमैन अनिल अंबानी की मुश्किलें कम होने की नाम नहीं ले रही हैं। अब उन पर चीन के तीन बैंकों ने लंदन की एक अदालत में 68 करोड़ डॉलर (48.53 अरब रुपए) का भुगतान नहीं करने का मुकदमा दर्ज किया है। 2012 में इंडस्ट्रीयल एड कमर्शल बैंक
बिजनेस डेस्कः रिलांयस ग्रुप के चेयरमैन अनिल अंबानी की मुश्किलें कम होने की नाम नहीं ले रही हैं। अब उन पर चीन के तीन बैंकों ने लंदन की एक अदालत में 68 करोड़ डॉलर (48.53 अरब रुपए) का भुगतान नहीं करने का मुकदमा दर्ज किया है। 2012 में इंडस्ट्रीयल एड कमर्शल बैंक ऑफ चाइना का मुंबई ब्रांच (ICBC), चाइना डेवलपमेंट बैंक और एक्सपोर्ट-इंपोर्ट बैंक ऑफ चाइना ने अनिल अंबानी की फर्म रिलायंस कम्युनिकेशन (RCom) को निजी गारंटी की शर्त पर 92.52 करोड़ डॉलर (66.03 अरब रुपए) का ऋण दिया था। यह बात ICBC के वकील बंकिम थांकी ने अदालत को बताई। कोर्ट को बताया गया है कि फरवरी 2017 के बाद से अंबानी अपने भुगतान के दायित्यों की पूर्ति नहीं किए।
इस संदर्भ में अंबानी का कहना है कि उन्होंने लोन के संदर्भ में कभी भी अपने निजी संपत्ति की गारंटी नहीं दी थी। पिछले कुछ वर्षों में अनिल अंबानी की किस्मत बेहद खस्ताहाल चल रही है। लगातार वह देश के अमीर लोगों की श्रेणी में काफी पीछे जाते दिखाई दे रहे हैं। जबकि, उनके बड़े भाई 56 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ एशिया के सबसे धनी और दुनिया के 14वें सबसे अमीर शख्स हैं।
अनिल अंबानी पर कुल चार कंपनियों पर 93,900 करोड़ रुपए का कर्ज है। इनमें 7000 करोड़ रुपए का कर्ज रेड नेवल एंड इंजीनियरिंग पर है। जबकि, आरकैप पर सबसे ज्यादा 38,900 करोड़ का लोन है। वहीं, इसके बाद नंबर रिलायंस पावर का है। इस कंपनी पर 30,200 करोड़ का कर्ज है। इसके अलावा रिलायंस इंफ्रा पर भी 17,800 करोड़ रुपए का कर्ज है।
गुरुवार की अदालत की सुनवाई में ICBC के वकीलों ने न्यायाधीश डेविड वाक्समैन से कहा कि अंबानी को एक प्रारंभिक आदेश या एक सशर्त आदेश के लिए सुविधा समझौते के तहत संपूर्ण राशि और ब्याज का भुगतान करना होगा। हालांकि अंबानी ने अपनी संपत्ति का कोभी सबूत देने से इनकार कर दिया है।