Edited By ,Updated: 15 Jan, 2015 02:22 AM
दिसंबर में थोक महंगाई दर 0.11 प्रतिशत रही है जबकि नवम्बर में थोक महंगाई दर 0.0 प्रतिशत पर रही थी। महंगाई के इस आंकड़े के बाद अब अर्थ जगत की नजरें रिजर्व बैंक पर लग गई हैं।
नई दिल्ली: दिसंबर में थोक महंगाई दर 0.11 प्रतिशत रही है जबकि नवम्बर में थोक महंगाई दर 0.0 प्रतिशत पर रही थी। महंगाई के इस आंकड़े के बाद अब अर्थ जगत की नजरें रिजर्व बैंक पर लग गई हैं।
रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति की समीक्षा बैठक 2 फरवरी को होने जा रही है और माना जा रहा है कि रिजर्व बैंक इस बैठक के दौरान ब्याज दरों में कमी का ऐलान कर सकता है। थोक महंगाई दर में बढ़त के पीछे खास तौर पर खाद्य उत्पादों की महंगाई दर का हाथ है। दिसम्बर में आलू, फल और दूध के दामों में हुई तेज बढ़ौतरी के कारण महंगाई दर 5.2 प्रतिशत हो गई है जो जुलाई 2014 के बाद का उच्चतम स्तर है जबकि नवम्बर में खाने-पीने की चीजों की महंगाई दर 0.63 प्रतिशत रही थी।
प्राइमरी आर्टिकल्स की महंगाई दर दिसंबर महीने में 2.17 प्रतिशत हो गई है वहीं नवंबर महीने में यह -0.98 प्रतिशत रही थी जबकि दिसम्बर में विनिर्मित वस्तुओं की महंगाई दर महीने-दर-महीने आधार पर 2.04 प्रतिशत से घटकर 1.57 प्रतिशत हो गई है। दिसंबर में ईंधन एवं ऊर्जा की महंगाई दर महीने-दर-महीने आधार पर -7.82 प्रतिशत हो गई है जबकि नवंबर में महंगाई दर -4.91 प्रतिशत पर रही थी।
नॉन फूड आर्टिकल्स की महंगाई दर दिसम्बर में -3.06 प्रतिशत हो गई है और नवंबर में यह -3.65 प्रतिशत पर देखी गई थी। अक्तूबर में संशोधित थोक महंगाई दर 1.77 प्रतिशत से महीने-दर-महीने आधार पर घटकर 1.66 प्रतिशत पर आ गई है।
इनके दाम बढ़े
खाद्य पदार्थों में फलों के दाम सबसे ज्यादा 13.76 प्रतिशत बढ़े। इसके अलावा आलू के दाम 13.76, दूध के 9.72, दालों के 5.88 तथा चावल के दाम 4.43 प्रतिशत चढ़ गए।
इनमें रही गिरावट
प्याज, हरी सब्जियां और गेहूं की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई। प्याज के दाम सबसे ज्यादा 18.54, सब्जियों के 4.78 तथा गेहूं के दाम 2.46 प्रतिशत गिर गए। ईंधनों में पैट्रोल की कीमत में 11.96 प्रतिशत और डीजल में 6.31 प्रतिशत की गिरावट रही तथा एल.पी.जी. के दाम 3.19 प्रतिशत उतर गए।