Edited By ,Updated: 12 Mar, 2015 05:00 PM
मोदी सरकार ने सवच्छ भारत अभियान की शुरुअात कर जहां सफाई को लेकर लोगों से अपील की वहीं इस अभियान के नाम पर आपकी जेब से पैसा निकालने का इंतजाम कर लिया है।
नई दिल्लीः मोदी सरकार ने सवच्छ भारत अभियान की शुरुअात कर जहां सफाई को लेकर लोगों से अपील की वहीं इस अभियान के नाम पर आपकी जेब से पैसा निकालने का इंतजाम कर लिया है। इसके लिए 5 ऐसी सर्विसेज को सरकार ने चिंह्नित किया है जिस पर काफी खर्च होता है, इसमें फोर और फाइव स्टार होटलों का बिल भी शामिल है।
इन सर्विसेज पर बिल के अलावा आपको 1 फीसदी पीएम नरेंद्र मोदी स्वच्छता अभियान के लिए टैक्स के रूप में देना होगा। सूत्रों ने बताया कि संभावना है कि 14 फीसदी सर्विस टैक्स पर 2 फीसदी सेस के अलावा सरकार 1 फीसदी अतिरिक्त टैक्स लगाएगी।
सरकार ने स्वच्छ भारत कोष के लिए हर साल करीब 14,000 करोड़ रुपए जुटाने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए सरकार ने 5 सर्विसेज पर 1 फीसदी उपकर और 200 रुपए प्रति टन उपकर कोयला पर लगाने पर गौर कर रही है। अन्य चार सर्विसेज के बारे में विवरण उपलब्ध नहीं है। स्वच्छ्ता कर से सरकार को एक साल में करीब 2,000 करोड़ रुपए और कोयले पर उपकर से सरकार को करीब 6,000 करोड़ रुपए कमाई होने की उम्मीद है।
इसके अलावा पब्लिक सेक्टर की कंपनियों से अपने कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (सीएसआर) के तहत फंड में चंदा देने को कहा। सरकार ने 12 फीसदी से 14 फीसदी सर्विस टैक्स बढ़ाते समय इस उपकर का प्रस्ताव रखा था, लेकिन स्पष्ट किया था कि यह कुछ गिनी-चुनी आइटमों पर ही लगेगा और यह उस दिनों से ही लागू होगा जिस दिन इसे अधिसूचित किया गया
सरकार के इस कदम की आलोचना हो रही है क्योंकि इससे लोगों का बजट प्रभावित होगा, लेकिन सरकार ने तर्क दिया है कि यह कदम गुड्स ऐंड सर्विसेज टैक्स की ओर बढ़ने की दिशा में एक परिवर्तन है। सरकार ने अगले साल अप्रैल से क्रांतिकारी टैक्स रिफॉर्म को लॉन्च करने का लक्ष्य रखा है।