Edited By ,Updated: 14 Apr, 2015 03:46 PM
ऑनलाइन रिटेल कंपनी फ्लिपकार्ट ने ‘इंटरनैट तटस्थता’ के मुद्दे पर दूरसंचार क्षेत्र की देश की सबसे बड़ी कंपनी भारती एयरटेल के ‘एयरटेल जीरो’ से किनारा कर लिया है।
नई दिल्लीः ऑनलाइन रिटेल कंपनी फ्लिपकार्ट ने ‘इंटरनैट तटस्थता’ के मुद्दे पर दूरसंचार क्षेत्र की देश की सबसे बड़ी कंपनी भारती एयरटेल के ‘एयरटेल जीरो’ से किनारा कर लिया है।
कंपनी ने एक बयान में कहा एयरटेल जीरो प्लेटफॉर्म को लेकर एयरटेल के साथ जारी बातचीत से हम अपने कदम वापस खींच लेंगे। हम भारत में ‘इंटरनैट की तटस्थता’ के वृहद हित के लिए प्रतिबद्ध हैं। अगले कुछ दिनों में इस बात पर आंतरिक चर्चा करेंगे कि इसे किस प्रकार समर्थन दिया जा सकता है।’’
उसने कहा कि इंटरनैट तटस्थता की भावना का हर हाल में पालन किया जाना चाहिये, बिना यह देखे की कंपनी कितनी बड़ी है। एयरटेल ने एयरटेल जीरो के तहत कुछ सेवाएं बिल्कुल मुफ्त देने की पेशकश की है। उल्लेखनीय है कि दूरसंचार सेवा नियामक ट्राई ने भी ई-कॉमर्स, सोशल नेटवर्किंग तथा फेसबुक, स्काइप और यू-ट्यूब जैसी सेवाओं में मूल्य आधिरित विभेदीकरण की सलाह दी है। लेकिन, उसने कंपनी के कारोबार के आकार के आधार पर कंपनियों को छूट देने की सिफारिश की है। इस पर विवाद शुरू हो गया है।
कई टेलीकॉम कंपनियां इसे इंटरनेट तटस्थता का उल्लंघन बता रही हैं। इंटरनेट तटस्थता के तहत सभी इंटरनेट ट्रैफिक एक समान माना जाता है और इसमें किसी व्यक्ति, संस्था या कंपनी को भुगतान के आधार पर वरीयता नहीं दी जाती है। इसे भेदभाव माना जाता है।
संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कल इस मुद्दे पर कहा कि इंरटनेट तटस्थता के मुद्दे ट्राई वृहद पैमाने पर विचार-विमर्श कर रहा है और सरकार ने इस पर अध्ययन के लिए विशेषज्ञों की एक समिति भी बनायी है जिनकी रिपोर्ट एक महीने के भीतर रिपोर्ट सौंपने की संभावना है। एयरटेल जीरो से हाथ खींचने की घोषणा से पहले पिछले सप्ताह फ्लिपकार्ट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सचिन बंसल ने ट्वीट कर इसका समर्थन किया था।
उन्होंने कहा था कि सीमित समय के लिए मुफ्त इंटरनैट सेवा देना इंटरनेट तटस्थता का उल्लंघन नहीं है, यह लंबे समय के लिए नहीं होना चाहिए। कंपनी ने आज जारी बयान में कहा कि उसने पिछले कुछ दिनों में इस मुद्दे पर मंथन किया है और अब वह भविष्य में होने वाले इसके प्रभावों को अच्छी तरह समझती है।