Edited By ,Updated: 29 Apr, 2015 12:10 PM
वित्त वर्ष 2015 की चौथी तिमाही में आइडिया का मुनाफा 22.8 फीसदी बढ़कर 942.2 करोड़ रुपए हो गया है। वित्त वर्ष 2015 की तीसरी तिमाही में आइडिया का मुनाफा 767.1 करोड़ रुपए रहा था।
नई दिल्लीः वित्त वर्ष 2015 की चौथी तिमाही में आइडिया का मुनाफा 22.8 फीसदी बढ़कर 942.2 करोड़ रुपए हो गया है। वित्त वर्ष 2015 की तीसरी तिमाही में आइडिया का मुनाफा 767.1 करोड़ रुपए रहा था।
वित्त वर्ष 2015 की चौथी तिमाही में आइडिया की आय 5.1 फीसदी बढ़कर 8422.5 करोड़ रुपए पर पहुंच गई है। वित्त वर्ष 2015 की तीसरी तिमाही में आइडिया की आय 8,017.5 करोड़ रुपए रही थी।
तिमाही आधार पर चौथी तिमाही में आइडिया की औसतन प्रति ग्राहक आय 179 रुपए पर बरकरार रही है। तिमाही आधार पर चौथी तिमाही में आइडिया की औसतन प्रति मिनट वॉयस कॉल आय 35.60 पैसे प्रति मिनट से घटकर 33.90 पैसे प्रति मिनट रही है।
तिमाही आधार पर चौथी तिमाही में आइडिया की औसतन प्रति मिनट आय 46.30 पैसे प्रति मिनट से घटकर 44.80 पैसे प्रति मिनट रही।
आइडिया के एमडी, हिमांशु कपानियां का कहना है कि अगली तिमाही में बेहतर प्रदर्शन के लिए और कॉस्ट रिकवरी के लिए कंपनी को कॉल और डाटा की दरें बढ़ानी होंगी। 2जी फ्रंट पर कंपिटिशन बहुत ज्यादा है और पिछले दिनों कॉल के साथ डाटा की दरें काफी घटी हैं। अगली तिमाही इस तिमाही के मुकाबले बेहतर रहने की उम्मीद है।
हिमांशु कपानियां ने बताया कि सब्सक्राइबर बढ़ने, वॉयस मिनट में बढ़त और डाटा ग्रोथ मजबूत रहने से मार्जिन बढ़ाने में मदद मिली है लेकिन कॉल दरें और डाटा की दरें में गिरावट से चुनौतियां बढ़ गई हैं। कंपिटिशन के बढ़ने से ही कॉल दरें और डाटा की दरों में गिरावट आई है।
हिमांशु कपानियां के मुताबिक स्पेक्ट्रम नीलामी के खर्च को कवर करने के लिए कुछ बोझ ग्राहकों पर डाला जाएगा। कॉल दरों और डाटा की दरों में गिरावट टैलीकॉम सेक्टर के लिए चिंता की बात है।