Edited By ,Updated: 03 May, 2015 12:01 PM
निरंतर मांग के कारण अप्रैल महीने में भारत का कॉफी निर्यात 7.22 प्रतिशत बढ़कर 31,060 टन रहा।
नई दिल्ली: निरंतर मांग के कारण अप्रैल महीने में भारत का कॉफी निर्यात 7.22 प्रतिशत बढ़कर 31,060 टन रहा। हालांकि वैश्विक स्तर पर कीमतों की कमजोर स्थिति के कारण कॉफी के लिए प्रति टन प्राप्त होने वाला मूल्य कमजोर रहा है। कॉफी बोर्ड ने ताजा रिपोर्ट में कहा है कि भारत ने पिछले वर्ष की समान अवधि में 28,966 टन कॉफी का निर्यात किया था।
कॉफी बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ''निर्यात का आकार बढ़ा है लेकिन कमजोर वैश्विक कीमतों के कारण प्रति टन के निर्यात से प्राप्त होने वाला मूल्य कम रहा है।'' अधिकारी ने कहा कि दुनिया में कॉफी के प्रमुख उत्पादक देश, ब्राजील में उत्पादन चिंताआें के कारण अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कॉफी की कीमतों पर दबाव है। इसके अलावा ब्राजील की मुद्रा भी डॉलर के मुकाबले कमजोर है। कॉफी बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार मूल्य के स्तर पर वित्तवर्ष 2015-16 के अप्रैल के दौरान निर्यात से प्राप्त होने वाली आय 509.63 करोड़ रुपए थी जो वर्ष भर पहले के समान महीने में 491.17 करोड़ रुपए था। समीक्षाधीन अवधि में इस बार 1,64,078.56 रुपए प्रति टन का मूल्य प्राप्त हुआ जो पहले 1,69,561.49 रुपए प्रति टन था।
भारत ‘इंस्टेन्ट कॉफी’ के अलावा अरबिका और रोबस्टा दोनों किस्म के कॉफी का निर्यात करता है। कॉफी निर्यात का मुख्य गंतव्य इटली, जर्मनी, तुर्की, रूसी महासंघ और बेल्जियम के अलावा कई अन्य देश हैं। मानसून बाद के अनुमान के अनुसार फसल वर्ष 2014-15 (अक्तूबर से सितंबर) में देश का कॉफी उत्पादन 3,31,000 टन होने का अनुमान है जो पिछले वर्ष 3,04,500 टन था।