Edited By ,Updated: 03 May, 2015 03:08 PM
अगर आपको कहा जाए कि ट्रेन में 3 एसी का किराया 2 एसी से ज्यादा है तो आप या तो इसे मजाक समझेंगे या ऐसा कहने वाले को बेवकूफ समझेंगे।
मुंबईः अगर आपको कहा जाए कि ट्रेन में 3 एसी का किराया 2 एसी से ज्यादा है तो आप या तो इसे मजाक समझेंगे या ऐसा कहने वाले को बेवकूफ समझेंगे। लेकिन, सच मानिए प्रीमियम ट्रेनों के साथ मामला कुछ ऐसा ही है। कुछ मामलों में इसका किराया तो हवाई जहाज के किराए से भी ज्यादा है।
प्रीमियम ट्रेनों में किराया तय करने के लिए डाइनैमिक प्राइसिंग सिस्टम अपनाया जाता है जो एयरलाइन के बुकिंग मॉडल की तर्ज पर है। इस सिस्टम में मांग के हिसाब से किराया तय होता है। प्रीमियम ट्रेनों में शुरुआती किराया तो तत्काल के किराए के बराबर है। लेकिन, जैसे-जैसे सीटें बुक होती जाती हैं और यात्रा का समय करीब आता जाता है, वैसे-वैसे इसका किराया बढ़ने लगता है। हां यह जरूर है कि किराया तत्काल के 100 फीसदी से ज्यादा नहीं बढ़ सकता है।