Edited By ,Updated: 11 May, 2015 05:14 PM
देश के बैंक ऋण का लगभग एक-तिहाई 11 हजार से भी कम कर्जदारों (कंपनियों/व्यक्तियों) के पास है जबकि 11 करोड़ छोटे कर्जदारों के पास कुल बैंक ऋण का महज 8.4 प्रतिशत ही है।
मुंबईः देश के बैंक ऋण का लगभग एक-तिहाई 11 हजार से भी कम कर्जदारों (कंपनियों/व्यक्तियों) के पास है जबकि 11 करोड़ छोटे कर्जदारों के पास कुल बैंक ऋण का महज 8.4 प्रतिशत ही है। रिजर्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार 31 मार्च 2014 को देश में कुल 13 करोड़ 87 लाख 50 हजार 882 खातों पर अधिसूचित बैंकों ने ऋण जारी किया हुआ था।
कुल ऋण राशि 6282082.43 करोड़ रुपए थी जिसमें 32.8 प्रतिशत यानि 2057645.50 करोड़ रुपए का ऋण एक अरब रुपए से ज्यादा की ऋण सीमा वाले 10941 खातों पर जारी किया गया था। वर्ष 2013 में एक अरब रुपए से ज्यादा की ऋण सीमा वाले खातों पर जारी कर्ज कुल ऋण का 31.4 प्रतिशत था। वहीं, दो लाख रुपए तक की ऋण सीमा वाले खातों और इनकी ऋण हिस्सेदारी में गिरावट दर्ज की गई है। ऐसे खातों की संख्या वर्ष 2013 के 79.8 प्रतिशत से घटकर 78.7 प्रतिशत रह गई जबकि इन पर जारी ऋण हिस्सेदारी 9.3 फीसदी से घटकर 8.38 फीसदी रह गई।
2014 में दो लाख तक की सीमा वाले 10 करोड़ 92 लाख 25 हजार 397 खातों पर बैंकों द्वारा जारी कुल ऋण 526791.10 करोड़ रुपए का था। कुल जारी ऋण में 41 प्रतिशत यानि 2357956.94 करोड़ रुपए निजी क्षेत्र की कंपनियों के पास थे। सार्वजनिक क्षेत्र की कपंनियों के पास 19.9 फीसदी यानि 1142552.05 करोड़ रुपए का बैंक ऋण 31 मार्च 2014 को बकाया था।