Edited By ,Updated: 21 May, 2015 05:29 PM
नैट निरपेक्षता पर जारी बहस के बीच भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग ( सीसीआई) के अध्यक्ष अशोक चावला ने आज कहा कि यह नीतिगत मामला है और भारतीय दूरसंचार नियामक
नई दिल्लीः नैट निरपेक्षता पर जारी बहस के बीच भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग ( सीसीआई) के अध्यक्ष अशोक चावला ने आज कहा कि यह नीतिगत मामला है और भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) को इस पर पहले अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए।
चावला ने संवाददाताओं से कहा कि जब यह मामला आयोग के पास आएगा तब उस पर विचार किया जाएगा। अब तक मामला आयोग के पास नहीं आया है। यह एक नीतिगत मामला है। इस पर ट्राई को पहले निर्णय लेना होगा। उन्होंने कहा कि उनके साथ जो कोई विचार विमर्श करने आएगा, उसका स्वागत है। उन्होंने कहा कि सीसीआई अनुचित कारोबारी गतिविधियों की निगरानी करता है और वह तभी जांच का आदेश देता है जब प्रथमष्टतया प्रतिस्पर्धा के नियमों के उल्लंघन का साक्ष्य मिलता है।
नैट निपरेक्षता मामले ने तब से तूल पकडा है जब कुछ टैलीकॉम ऑपरेटरों ने कुछ मोबाइल एप्प और वेबसाइटों की फ्री एस्सेस के लिए करार किया। इसके बाद नेट निरपेक्षता को लेकर चिंता जताई जाने लगी। पिछले कुछ महीने में रिलायंस कम्युनिकेशंस और यूनिनॉर जैसी टैलीकॉम कंपनियों ने फेसबुक, व्हाट्सएप्प और विकिपीडिया का नि:शुल्क उपयोग करने देने का करार किया है। इसके बाद भारती एयरटेल ने एयरटेल जीरो की पेशकश की जिसके तहत उससे जुड़े मोबाइल एप्प उपभोक्ताओं को नि:शुल्क उपलब्ध होने की बात कही गई थी और इसके लिए बडी कंपनियों और स्टार्टअप को डाटा शुल्क चुकाना पडेगा।