Edited By ,Updated: 26 May, 2015 01:56 PM
भारतीय रेलवे ने राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण (एनजीटी) को सूचित किया है कि दिल्ली में मौजूदा ढांचे के साथ ‘रोल-ऑन, रोल-ऑफ’ (रो-रो) सेवाएं उपलब्ध कराना संभव नहीं है क्योंकि क्षेत्र में संपूर्ण रेल नेटवर्क का विद्युतीकरण किया जा चुका है।
नई दिल्ली: भारतीय रेलवे ने राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण (एनजीटी) को सूचित किया है कि दिल्ली में मौजूदा ढांचे के साथ ‘रोल-ऑन, रोल-ऑफ’ (रो-रो) सेवाएं उपलब्ध कराना संभव नहीं है क्योंकि क्षेत्र में संपूर्ण रेल नेटवर्क का विद्युतीकरण किया जा चुका है।
रो-रो सेवा के तहत माल से लदे ट्रकों को सीधे मालगाडिय़ों तक ले जाकर माल उतारा और चढ़ाया जाता है। 5 मई को एनजीटी ने एक याचिका पर रेल मंत्रालय से इस संबंध में जवाब मांगा था। याचिका में 10 साल से अधिक पुराने वाणिज्यिक वाहनों के लिए रो-रो सेवा शुरू करने की मांग की गई जिससे क्षेत्र में हवा की गुणवत्ता और यातायात की स्थिति सुधारने में मदद मिल सके।
रेलवे ने न्यायाधिकरण के निर्देश का अनुपालन करते हुए दायर किए गए हलफनामे में कहा, ‘‘ दिल्ली और एनसीआर में लगभग संपूर्ण नैटवर्क का विद्युतीकरण किया जा चुका है, इसलिए रो-रो सेवा संभव नहीं है।’’