Edited By ,Updated: 22 Aug, 2015 05:13 PM
सरकार के प्याज की कीमतों को नियंत्रति करने के लिए इसका न्यूनतम निर्यात मूल्य बढ़ाकर 700 डॉलर प्रति टन करने के
नई दिल्लीः सरकार के प्याज की कीमतों को नियंत्रति करने के लिए इसका न्यूनतम निर्यात मूल्य बढ़ाकर 700 डॉलर प्रति टन करने के बीच एशिया की सबसे बड़ी प्याज मंडी में इसका थोक भाव 5700 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंच गया है, जिससे देश में इसके खुदरा भाव के 100 रुपए प्रति किलोग्राम तक पहुंचने की संभावना जताई जा रही है।
राजधानी दिल्ली सहित देश के कई शहरों में प्याज के खुदरा भाव 80 रुपए प्रति किलोग्राम तक पहुंच चुके हैं। राष्ट्रीय बागवानी शोध एवं विकास फाऊंडेशन के आंकड़ों के अनुसार, शुक्रवार को लासलगांव में प्याज 5500 रुपए प्रति क्विंटल था जो आज बढ़कर 5700 रुपए पर पहुंच गया।
हालांकि सरकारी आंकडों के अनुसार, राजधानी दिल्ली में प्याज का खुदरा मूल्य 66 रुपए प्रति किलो, मुंबई में 50 रुपए और चेन्नई एवं कोलकाता में यह 52 रुपए प्रति किलो है। सरकार ने घरेलू बाजार में इसकी बढ़ती कीमत को नियंत्रित करने के लिए कई उपाय किए हैं लेकिन पैदावार में गिरावट से आपूर्ति घटने की वजह से थोक और खुदरा दोनों स्तरों पर इसके दाम में तेजी का रुख बना हुआ है। खरीफ सीजन में भी कम बारिश की वजह से इसकी बुवाई में कमी आई है।
सरकार द्वारा किए जा रहे उपायों के तहत ही 10 हजार टन और प्याज आयात करने का भी निर्णय लिया गया है। इसके लिए निविदा 27 अगस्त को जारी की जाएगी। इसके साथ ही सरकार ने प्याज का न्यूनतम निर्यात मूल्य 425 डॉलर प्रति टन से बढ़ाकर 700 डॉलर प्रति टन कर दिया है। गत 25 जून को सरकार ने प्याज का न्यूनतम निर्यात मूल्य 250 डॉलर से बढ़ाकर 425 डॉलर प्रति टन किया था।
सरकार नियमित आधार पर इसकी कीमतों की समीक्षा कर रही है। इसी क्रम में सोमवार को उपभोक्ता मामलों के सचिव एक बैठक कर रहे हैं जिसमें एसएफएसी, नेफेड, एमएमटीसी, वाणिज्य विभाग, कृषि मंत्रालय और दिल्ली सरकार के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहेंगे और प्याज की बढ़ती कीमतों पर लगाम लगाने के किये गये उपायों की समीक्षा करेंगे।