Edited By ,Updated: 24 Aug, 2015 10:01 AM
प्याज की आसमान छूती कीमत के बीच केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने प्याज की कीमतों में बार-बार
नई दिल्ली: प्याज की आसमान छूती कीमत के बीच केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने प्याज की कीमतों में बार-बार तेज उछाल की स्थिति से निपटने के लिए इसके चूर्ण और पेस्ट के इस्तेमाल को बढावा देने का सुझाव दिया है। उनका कहना है कि जब प्याज का भाव कम होता है तो इसका पाऊडर और पेस्ट बनाकर इसे बारिश के दिनों के लिए रखा जाए।
हरसिमरत का मानना है कि प्याज की कीमतों में चढ़ाव-उतार मौसमी है और मानसून के दौरान इसका भाव बढ़ जाता है। जल्दी खराब होने वाली इस सब्जी के बड़े पैमाने पर प्रसंस्करण के जरिए इसके मूल्यों तेेज उतार-चढ़ाव से बचा जा सकता है।
मंत्री ने यह बात एेसे समय कही है जब प्याज की कीमत पिछले कुछ सप्ताह से बढ़ रही है। महाराष्ट्र स्थिति एशिया की सबसे बड़ी प्याज मंडी प्याज का थोक भाव 57 रुपए किलो तक पहुंच गया है। राजधानी में खुदरा बाजारों में यह करीब 80 रुपए किलो के भाव पर बिक रही है।
हरसिमरत ने कहा, "आमतौर पर प्याज के दाम वर्षा के दौरान बढ़ते हैं। खाद्य प्रसंस्करण के जरिए इस समस्या का समाधान किया जा सकता है। जब प्याज की कीमत कम होती है तब हम उसे सूखाकर पाऊडर और पेस्ट का रूप दे सकते हैं।" उन्होंने कहा, "आज हम जल्दी खराब होने वाले फल एवं सब्जी का केवल 2 प्रतिशत प्रसंस्करण करते हैं। एेसे में प्रसंस्करण द्वारा हम जल्दी खराब होने वाले खाद्य पदार्थ की बर्बादी रोककर हजारों करोड़ रुपए बचा सकते हैं।"
हरसिमरत कौर बादल ने आगे कहा कि खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय छोटे फूड पार्क परियोजनाओं को ज्यादा व्यवहारिक बनाने के उपायों पर काम कर रहा है। उन्होंने कहा, "हम छोटे फूड पार्क को ज्यादा व्यवहारिक बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं। इसीलिए एेसे क्षेत्रों में जहां प्याज का उत्पादन होता है, छोटे प्रसंस्करण इकाइयां लगाई जा सकती हैं। इसके लिए कंपनी को 50 एकड़ जमीन की जरूरत नहीं है। मंत्री ने कहा कि सरकार प्रति एकड़ एक करोड़ रुपए की सब्सिडी भी उपलब्ध करा सकती है।