Edited By Yaspal,Updated: 05 Apr, 2019 07:09 PM
बिजली बोर्ड से लोगों को बडी राहत मिली है। पिछले महीने बिजली का औसत हाजिर मूल्य गिरावट के साथ 22 प्रतिशत से गिरकर 3.12 रुपये प्रति यूनिट पर आ गया। वर्ष 2018 में मार्च महीने भाव 4.02 रुपये प्रति यूनिट रहा था। भारतीय ऊर्जा....
नई दिल्ली: बिजली बोर्ड से लोगों को बडी राहत मिली है। पिछले महीने बिजली का औसत हाजिर मूल्य गिरावट के साथ 22 प्रतिशत से गिरकर 3.12 रुपये प्रति यूनिट पर आ गया। वर्ष 2018 में मार्च महीने भाव 4.02 रुपये प्रति यूनिट रहा था। भारतीय ऊर्जा सूचकांक (आईईएक्स) ने कहा कि मांग में कमी इसकी वजह रही। आईईएक्स का कहना है कि मार्च में एक दिन पहले की हाजिर (डीएमए) आपूर्ति की मात्रा 15 प्रतिशत गिरकर 335.6 करोड़ यूनिट रही।
मार्च 2018 में यह 395.5 करोड़ यूनिट पर थी। बयान में कहा है कि मार्च 2019 में बिजली की बाजार क्लीयरिंग कीमत (एमसीपी) 22 प्रतिशत गिरकर 3.12 रुपये प्रति यूनिट पर आ गई। मार्च 2018 में यह 4.02 रुपये प्रति यूनिट थी। लेकिन मार्च और फरवरी 2019 की बाजार क्लीयरिंग कीमत 3.08 रुपये प्रति यूनिट से अधिक है। नेशनल लोड डिस्पैच सेंटर की रिपोर्ट के मुताबिक 29 मार्च को अखिल भारतीय स्तर पर बिजली की मांग सबसे अधिक 169 गीगावाट रही। यह मार्च 2018 की सबसे अधिक मांग 160 गीगावाट से पांच प्रतिशत अधिक है।