Edited By jyoti choudhary,Updated: 07 Dec, 2018 07:13 PM
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा मौद्रिक नीति की हालिया समीक्षा के बाद निजी क्षेत्र के अग्रणी ऐक्सिस बैंक के एक आला अधिकारी ने शुक्रवार को कहा कि निकट भविष्य में कर्ज पर ब्याज दरों में बढ़ोतरी के आसार हालांकि कम हो गए हैं।
इंदौरः भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा मौद्रिक नीति की हालिया समीक्षा के बाद निजी क्षेत्र के अग्रणी ऐक्सिस बैंक के एक आला अधिकारी ने शुक्रवार को कहा कि निकट भविष्य में कर्ज पर ब्याज दरों में बढ़ोतरी के आसार हालांकि कम हो गए हैं। लेकिन इनमें कटौती के लिए ग्राहकों को अभी इंतजार करना पड़ेगा।
ऐक्सिस बैंक के कार्यकारी निदेशक राजीव आनंद ने कहा, 'आरबीआई द्वारा मौद्रिक नीति की समीक्षा के दौरान खुदरा मुद्रास्फीति के अनुमान को घटाने के मद्देनजर निकट भविष्य में कर्ज पर ब्याज दरें मौजूदा स्तर से बढऩे की संभावना भी कम हो गई है। लेकिन इस बात के लिए अभी हमें इंतजार करना होगा कि आने वाले दिनों में इन दरों में कटौती हो सकती है या नहीं।' उन्होंने कहा, 'घरेलू ब्याज दरों में कटौती का मुद्दा कच्चे तेल के वैश्विक मूल्यों और अमेरिकी ब्याज दरों जैसे कारकों से भी जुड़ा है। अभी इस सिलसिले में खुद आरबीआई भी रुको और देखो की नीति का पालन करता प्रतीत हो रहा है।' आनंद के मुताबिक देश के खुदरा बैकिंग क्षेत्र में कर्ज की मांग बढ़ी है और इसमें आगे भी इजाफा होने की उम्मीद है।
गौरतलब है कि आरबीआई ने बुधवार को अपनी पांचवीं द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा में रेपो देर को 6.5 प्रतिशत पर कायम रखा। इसके साथ ही, चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही के लिए खुदरा मुद्रास्फीति के अनुमान को घटाते हुए 2.7 से 3.2 प्रतिशत के दायरे में रखा। ऐक्सिस बैंक के कार्यकारी निदेशक ने यह भी बताया कि बैंक मौजूदा वित्तीय वर्ष की पहली छमाही के दौरान करीब 200 नई शाखाएं खोल चुका है और अपने लक्ष्य के मुताबिक 31 मार्च तक कुल 400 नई शाखाएं खोलेगा। आनंद ने बताया, 'खुदरा बैंकिंग में फिलहाल हमारे 2.5 करोड़ ग्राहक हैं। हमें उम्मीद है कि जारी वित्तीय वर्ष के अंत तक इनकी तादाद बढ़कर 2.75 करोड़ के आस-पास पहुंच जाएगी।'