Edited By jyoti choudhary,Updated: 13 Mar, 2019 05:49 PM
देश की तीसरी बड़ी आईटी कंपनी विप्रो के चेयरमैन अजीम प्रेमजी ने 52,750 करोड़ रुपए के अपने शेयर अजीम प्रेमजी फाउंडेशन को दान कर दिए हैं। इसका मतलब है कि इन शेयरों के एवज में होने वाले लाभ को फाउंडेशन से जुड़ी गतिविधियों
बिजनेस डेस्कः देश की तीसरी बड़ी आईटी कंपनी विप्रो के चेयरमैन अजीम प्रेमजी ने 52,750 करोड़ रुपए के अपने शेयर अजीम प्रेमजी फाउंडेशन को दान कर दिए हैं। इसका मतलब है कि इन शेयरों के एवज में होने वाले लाभ को फाउंडेशन से जुड़ी गतिविधियों के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। ब्लूमबर्ग के मुताबिक अजीम प्रेमजी 18.6 अरब डॉलर की दौलत के साथ भारत के दूसरे सबसे बड़े अमीर हैं।
अब तक किया 1.45 लाख करोड़ रुपए का दान
अजीम प्रेमजी फाउंडेशन ने बुधवार को एक बयान जारी कर कहा कि इस दान के बाद अजीम प्रेमजी द्वारा परोपकार और धर्मार्थ गतिविधियों के लिए दान की गई रकम बढ़कर 1.45 लाख करोड़ रुपए या 21 अरब डॉलर के स्तर तक पहुंच गई है। इस प्रकार अजीम प्रेमजी विप्रो के कुल 67 फीसदी शेयर दान कर चुके हैं।
अजीम प्रेमजी बने इंडियन हिस्ट्री के सबसे बड़े दानी
बयान के मुताबिक, शेयरों से होने वाला कोई भी इकोनॉमिक बेनिफिट को फाउंडेशन के माध्यम से और उसके उद्देश्यों पर ही खर्च किया जाएगा। इस डोनेशन के साथ ही अजीम प्रेमजी भारतीय इतिहास के सबसे बड़े दानी बन गए हैं। अजीम प्रेमजी फाउंडेशन सीधे तौर पर शिक्षा के क्षेत्र में काम करता है। यह कुछ खास क्षेत्रों में काम करने वाले एनजीओ को भी सपोर्ट करता है।
शिक्षा को मजबूत बनाने की दिशा में काम करता है फाउंडेश
अजीम प्रेमजी फाउंडेशन ने कहा कि फाउंडेशन स्कूली शिक्षा प्रणाली में सुधार में योगदान के लिए जिला और राज्य स्तर पर संस्थानों के नेटवर्क को मजबूत बनाने पर काम करता है। फाउंडेशन ने बेंगलुरु में अजीम प्रेमजी यूनिवर्सिटी की स्थापना भी की है, जिसका उद्देश्य शिक्षा और उससे जुड़े एरियाज के लिए पेशेवर तैयार करना है। फाउंडेशन ने कहा, ‘इससे शिक्षा से इतर परोपकार के क्षेत्रों में विस्तार करने में मदद मिलेगी।’ फाउंडेशन ने उम्मीद जाहिर की कि आने वाले वर्षों में ऐसी गतिविधियों में इजाफा होगा।