Edited By jyoti choudhary,Updated: 02 Jun, 2020 04:53 PM
भारत के दिग्गज कारोबारी अजीम प्रेमजी ने विप्रो के 2020 में हुए प्रॉफिट का अपना कमिशन छोड़ दिया है। उनके बेटे और कंपनी के चेयरमैन रिशद ने भी यही फैसला लिया है। दोनों 2020 में सैलरी का
नई दिल्लीः भारत के दिग्गज कारोबारी अजीम प्रेमजी ने विप्रो के 2020 में हुए प्रॉफिट का अपना कमिशन छोड़ दिया है। उनके बेटे और कंपनी के चेयरमैन रिशद ने भी यही फैसला लिया है। दोनों 2020 में सैलरी का वैरिएबल कम्पनसेशन भी नहीं लेंगे। ये फैसला कोरोना वायरस की वजह से पस्त बिजनेस कम्युनिटी के प्रति एकजुटता दिखाने के लिए किया गया है। कंपनी ने अमेरिका सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमिशन (SEC) के सामने 20F फाइलिंग में इसकी जानकारी दी है।
प्रेमजी पिता-पुत्र के इस फैसले का असर रिशद की सैलरी पर दिखा। उनका टोटल कम्पनसेशन 31% घटकर 6.83 लाख डॉलर पर आ गया। अजीम प्रेमजी को 1 अप्रैल-31 जुलाई 2019 के बीच की रकम मिलनी थी। जुलाई में ही उन्होंने चेयरमैन पद छोड़ा था। इस साल कंपनी के चीफ एक्जीक्यूटिव ऑफिसर (CEO) आबिदअली नीमचवाला की सैलरी 12% बढ़ गई। उन्हें 4.42 मिलियन डॉलर मिले। इसी दौरान इंफोसिस के सीईओ को 6.15 मिलियन डॉलर का पैकेज मिला। नीमचवाला ने 31 जनवरी को रिजाइन कर दिया था और 1 जून को उनका लास्ट वर्किंग डे रहा। उनकी जगह अब थियेरी डेलापोर्ट नए CEO होंगे।
कोरोना वायरस पर मदद का हाथ बढ़ा चुके हैं प्रेमजी
अजीम प्रेमजी अपनी चैरिटी के लिए जाने जाते हैं। उनकी कंपनी और अजीम प्रेमजी फाउंडेशन ने मिलकर एक हजार करोड़ रुपए से ज्यादा रकम कोरोना वायरस से लड़ाई के लिए दी है। यह रकम विप्रो की सालाना सीएएसआर राशि से अलग है और साथ ही अज़ीम प्रेमजी फाउंडेशन के परोपकार पर खर्च के इतर है। इसे अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के 1600 एम्प्लॉयीज की टीम द्वारा लागू किया जाएगा।