Edited By Supreet Kaur,Updated: 12 Sep, 2019 03:01 PM
अजीम प्रेमजी और विप्रो लिमिटेड के विभिन्न प्रमोटर समूह ने देश की चौथी सबसे बड़ी आईटी कंपनी विप्रो के बायबैक कार्यक्रम में करीब 7,300 करोड़ रुपए के शेयर बेच दिए। इस बिक्री के बाद कंपनी में प्रेमजी और उनके प्रमोटर समूह की हिस्सेदारी बढ़ गई है।
नई दिल्लीः अजीम प्रेमजी और विप्रो लिमिटेड के विभिन्न प्रमोटर समूह ने देश की चौथी सबसे बड़ी आईटी कंपनी विप्रो के बायबैक कार्यक्रम में करीब 7,300 करोड़ रुपए के शेयर बेच दिए। इस बिक्री के बाद कंपनी में प्रेमजी और उनके प्रमोटर समूह की हिस्सेदारी बढ़ गई है।
कंपनी में बढ़ी हिस्सेदारी
विप्रो के शेयर बेचने से कंपनी में अजीम प्रेमजी और अन्य प्रमोटर ग्रुप की हिस्सेदारी 0.22 फीसदी बढ़ गई। स्टॉक एक्सचेंज बीएसई में दर्ज आंकड़ों के मुताबिक जून तिमाही में विप्रो में अजीम प्रेमजी और उनसे जुड़ी कंपनियों की हिस्सेदारी 73.83 फीसदी थी। अब कंपनी में प्रमोटर समूह की हिस्सेदारी बढ़कर 74.05 फीसदी हो गई है। कंपनी के संस्थापक और उनसे जुड़ी कंपनियों ने शेयर बायबैक कार्यक्रम के तहत 22.46 करोड़ शेयर बेचे। यह कंपनी की 3.96 फीसदी हिस्सेदारी है।
जनहित के लिए दान की हिस्सेदारी
प्रेमजी और उनसे जुड़ी कंपनियों ने विप्रो में 67 फीसदी हिस्सेदारी से होने वाली कमाई को अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के जरिए जनहित में उपयोग करने के लिए दान कर दिया है। मार्च में जब उन्होंने अपनी 67 फीसदी हिस्सेदारी जनहित के लिए दान करने की घोषणा की थी, तब उनके शेयरों की कीमत 21 अरब डॉलर थी। एशिया में परोपकार के लिए दान करने वालों में अजीम प्रेमजी और उनके ट्रस्ट सबसे आगे हैं। वह दुनिया में पांचवें सबसे बड़े दानवीर हैं। वे पोषण, घरेलू हिंसा रोकने, मीडिया की आजादी और शिक्षा जेसे क्षेत्रों में जनहित के काम करते हैं।