Edited By jyoti choudhary,Updated: 07 May, 2018 05:57 PM
बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि खाने के तेल वाली कंपनी रुची सोया को खरीदने की तैयारी में है। इसे खरीदने की होड़ में पतंजलि आयुर्वेद, गोदरेज एग्रोवेट, अदानी विल्मर, इमामी एग्रोटेक हैं। पतंजलि की खाने के तेल के बाजार पर नजर है।
नई दिल्लीः बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि खाने के तेल वाली कंपनी रुची सोया को खरीदने की तैयारी में है। इसे खरीदने की होड़ में पतंजलि आयुर्वेद, गोदरेज एग्रोवेट, अदानी विल्मर, इमामी एग्रोटेक हैं। पतंजलि की खाने के तेल के बाजार पर नजर है। भारी कर्ज तले दबी रुची सोया को खरीदने के लिए पतंजलि ने सबसे ज्यादा बोली लगाई है।
इस खबर के बाद रुची सोया के शेयर में 15 फीसदी की तेजी आ गई और ये 15 रुपए पर पहुंच गया। बाबा रामदेव की कंपनी का पहले से ही इस कंपनी के साथ करार है। पहले ये खबर आई थी कि पतंजलि आयुर्वेद रुची सोया के सभी एसेट्स खरीदना चाहती है। इसलिए उसने अपनी बोली बढ़ा दी। रुची सोया बैंकों का करीब 10 हजार करोड़ रुपए का कर्ज बकाया है। कंपनी को दिवालिया कानून के तहत बेचा जा रहा है। रुची सोया के पास कई मैन्युफैक्चरिंग प्लांट है। तेल बनाने वाली इस कंपनी के पास न्यूट्रेला, महाकोष, सनरिच, रुची स्टार और रुची गोल्ड जैसे ब्रांड हैं। अदानी विल्मर ने भी इसके लिए बोली लगाई है। ये कंपनी फॉर्च्युन नाम से तेल बेचती है।
रुची सोया से बाबा रामदेव को HUL को टक्कर देने में मदद मिलेगी। कंपनी 3 से 4 साल में HUL के टर्नओवर को पार करना चाहती है। आचार्य बालकृष्ण ने हाल ही में एक इंटरव्यू में कहा था कि 'पतंजलि पिछले साल के मुकाबले इस साल तेजी से ग्रो करेगी। आशा है कि अगले 3 से 4 साल में कंपनी HUL के टर्नओवर को पीछे छोड़ देगी।' पतंजलि की बोली पर जल्द फैसला होगा।