Edited By Supreet Kaur,Updated: 02 Sep, 2019 11:15 AM
भारत में इस साल 2 अक्टूबर यानी महात्मा गांधी की जयंती से सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूर्ण प्रतिबंध लग जाएगा। पीएम मोदी की साल 2022 तक देश को पूरी तरह से प्लास्टिक मुक्त बनाने की योजना है। वहीं इसका सबसे ज्यादा असर ई-कॉमर्स कंपनियों पर पड़ने वाला है...
बिजनेस डेस्कः भारत में इस साल 2 अक्टूबर यानी महात्मा गांधी की जयंती से सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूर्ण प्रतिबंध लग जाएगा। पीएम मोदी की साल 2022 तक देश को पूरी तरह से प्लास्टिक मुक्त बनाने की योजना है। वहीं इसका सबसे ज्यादा असर ई-कॉमर्स कंपनियों पर पड़ने वाला है। फ्लिपकार्ट, अमेजन, बिगबास्केट जैसी ई-कॉमर्स कंपनियां प्लास्टिक का विकल्प तलाशने में जुट गई हैं।
बड़ी मात्रा में प्लास्टिक वेस्ट पैदा करती हैं कंपनियां
सरकार प्लास्टिक वेस्ट को कम करने के लिए ई-कॉमर्स कंपनियों से उनके द्वारा पैदा किए गए प्लास्टिक वेस्ट को रिसाइकल करने के लिए भी कह सकती है। पर्यावरण सचिव सीके मिश्रा का कहना है कि ई-कॉमर्स कंपनियां बड़ी मात्रा में प्लास्टिक वेस्ट तैयार करती हैं। इस लिए इसको रिसाइकल करने की जिम्मेदारी भी इनको दी जा सकती है।
इन कंपनियों ने घटाया सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल
- ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट ने बीते मंगलवार को कहा था कि उसने सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल 25 फीसदी तक घटा दिया है और कंपनी ने 2021 तक 100 फीसदी प्लास्टिक रिसाइकल का लक्ष्य रखा है। फ्लिपकार्ट का कहना है कि उसने विस्तारित निर्माता जिम्मेदारी (ईपीआर) के तहत कंपनी की ओर से तैयार किए जा रहे वेस्ट में से 30 फीसदी की कलेक्ट करना शुरू कर दिया है। ईपीआर पॉलिसी के तहत वेस्ट निर्माण करने वाली कंपनियों को उत्पाद की बिक्री के बाद इसका निस्तारण करना होगा।
- अमेजन और बिग बास्केट जैसी अन्य ई-कॉमर्स कंपनियां भी सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल कम करने का प्रयास कर रही हैं। बिग बास्केट ने बेंगलुरु में पैकिंग के लिए सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल बंद कर दिया है। आपको बता दें कि बेंगलुरु पहले से ही सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल पर बैन लगा चुका है।