Edited By jyoti choudhary,Updated: 21 Dec, 2018 11:00 AM
अगले कुछ दिनों में यदि आपको बैंक से जुड़ा कोई काम है तो दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। आज यानि शुक्रवार से लेकर अगले बुधवार तक (24 दिसंबर यानी सोमवार को छोड़कर) बैंक बंद रह सकते हैं और इसके चलते आपको कैश की किल्लत से जूझना पड़ सकता है।
बिजनेस डेस्कः अगले कुछ दिनों में यदि आपको बैंक से जुड़ा कोई काम है तो दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। आज यानि शुक्रवार से लेकर अगले बुधवार तक (24 दिसंबर यानी सोमवार को छोड़कर) बैंक बंद रह सकते हैं और इसके चलते आपको कैश की किल्लत से जूझना पड़ सकता है। बैंक कर्मचारियों के संगठन यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस ने 26 दिसंबर को हड़ताल का ऐलान किया था लेकिन अब कई बैंक यूनियनों ने 21 को भी कामकाज ठप करने का ऐलान कर दिया है।
बैंक कर्मचारी 11वें वेतनमान को लागू न किए जाने के विरोध में हड़ताल कर रहे हैं। ऐसे में शुक्रवार को बैंक की हड़ताल रहेगी, इसके बाद महीने के चौथे शनिवार और फिर रविवार को अवकाश रहेगा। 24 दिसबंर यानी सोमवार को बैंक खुलेंगे लेकिन इसके बाद 25 दिसंबर को बड़ा दिन या क्रिसमस डे का अवकाश रहेगा। फिर 26 दिसंबर को बैंक यूनियन ने हड़ताल का ऐलान किया है। इस तरह बैंक 5 दिन बंद रहेंगे।
हड़ताल वाले दिन प्राइवेट बैंक खुलेंगे
21 से 26 दिसम्बर तक छह दिन में सरकारी बैंक केवल एक दिन ही खुलेंगे। हालांकि हड़ताल वाले दिनों में प्राइवेट बैंकों में कामकाज होता रहेगा। अन्य दो दिन यानि चौथा शनिवार और रविवार रहने के कारण प्राइवेट बैंक बंद रहेंगे।
ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कनफेडरेशन के असिस्टेंट जनरल सेक्रटरी संजय दास ने कहा, 'हमने 11वें वेतनमान को बिना शर्त लागू किए जाने की मांग के साथ 21 तारीख हड़ताल का ऐलान किया है। मई 2017 के डिमांड चार्टर के अनुसार हमारी मांगों को स्वीकार किया जाना चाहिए।' दास के मुताबिक हड़ताल में 3.2 लाख बैंक कर्मचारी हिस्सा लेंगे। सूत्रों के मुताबिक 21 दिसंबर की हड़ताल के दौरान ATM का ऑपरेशन सुचारू रह सकता है, लेकिन 26 तारीख की हड़ताल के दौरान इनके संचालन पर भी असर पड़ने की संभावना है।
हड़ताल को लेकर संगठन बंटे
बैंक अधिकारियों के चार संगठन पूरे देश में काम कर रहे हैं। जिनमें आल इंडिया बैंक ऑफीसर्स कन्फेडरेशन (ऑयबॉक), एआईबीओए, एनओबीडब्ल्यू तथा आईएनबीओसी शामिल हैं। गुरुवार को हुई प्रेसवार्ता में ऑयबॉक को छोड़कर किसी अन्य संगठन का कोई पदाधिकारी शामिल नहीं हुआ। हालांकि ऑयबॉक के पदाधिकारी इस बात का दावा करते रहे कि उनके संगठन में सबसे ज्यादा यानि तीन लाख 20 हजार से अधिक सदस्यों वाला संगठन है। ऐसे में शुक्रवार को होने वाली बैंक हड़ताल पूरी तरह से सफल रहेगी। वहीं नेशनल कंफेडरेशन ऑफ बैंक इम्पलाइज (एनसीबीई) के वाइस प्रेसीडेंट वीके सेंगर ने अपने संगठन की तरफ समर्थन जारी किया है। उन्होंने कहा कि केन्द्र और आईबीए की नीतियों के खिलाफ होने वाले संघर्ष में उनका संगठन नैतिक सर्मथन देता है।