Edited By jyoti choudhary,Updated: 20 Dec, 2019 10:40 AM
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने राजस्थान में कथित करोड़ों रुपए के बैंक घोटाले की जांच की सिलसिले 2.25 करोड़ रुपए के डिमांड ड्राफ्ट को कुर्क किया है। ईडी ने बताया कि यह मामला सिंडिकेट बैंक से जुड़ा है। इस घोटाले के प्रमुख सूत्रधार कथित रूप से उदयपुर का...
नई दिल्लीः प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने राजस्थान में कथित करोड़ों रुपए के बैंक घोटाले की जांच की सिलसिले 2.25 करोड़ रुपए के डिमांड ड्राफ्ट को कुर्क किया है। ईडी ने बताया कि यह मामला सिंडिकेट बैंक से जुड़ा है। इस घोटाले के प्रमुख सूत्रधार कथित रूप से उदयपुर का चार्टर्ड अकाउंटेंट भारत बम और जयपुर का बिल्डर शंकर लाल खंडेलवाल है। ईडी ने बयान में कहा कि सिंडिकेट बैंक के अधिकारियों के साथ सांठगाठ में आरोपी ने 2011-16 के दौरान विभिन्न तरीकों से बैंक के साथ धोखाधड़ी की।
बयान में कहा गया है कि खंडेलवाल ने अपनी कंपनी खंडेलवाल बिल्डकॉन प्राइवेट लि. ने फरवरी, 2016 में 2.25 करोड़ रुपए का निवेश किया और तरुणछाया कालोनाइजर एलएलपी के नाम पर एक प्लॉट खरीदा। इस प्लॉट पर तरुणछाया रेजिडेंसी नाम से एक रियल एस्टेट परियोजना बनाई जानी थी। एजेंसी ने कहा कि खंडेलवाल इस अपराध की कमाई को निकालना चाहता था और उसने तरुणछाया कालोनाइजर से 2.25 करोड़ रुपए का डिमांड ड्राफ्ट स्वीकार किया था।